"पालक्काड़": अवतरणों में अंतर

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=== धोनी ===
धोनी पलक्कड से 15 किमी.किलोमीटर दूर है। इन संरक्षित वनों में मौजूद छोटे और खूबसूरत झरने पूरे वर्ष पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। यह स्थान ट्रैकिंग के लिए भी उपयुक्त है। चारों ओर बिखरी हरियाली सुखद अनुभूति देती है। धोनी अपने फार्महाउसों के लिए भी प्रसिद्ध है जहां स्विस प्रजाति के मवेशी पाले जाते हैं।
 
=== मलमपुजा ===
मलमपुजा केरल का वृंदावन है। यह पलक्कड से 13 किमी.किलोमीटर दूर है। 1955 में बांध के बनने के बाद से यह जगह एक खूबसूरत टूरिस्ट रिजॉर्ट के रूप में ढ़ल चुका है। बांध के आस पास पहाड़ियां हैं जो इसकी सुंदरता में चार चांद लगाती हैं। मुगल शैली में बना उद्यान और जापानी शैली का बगीचा पर्यटकों के बीच सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। बगीचे में यक्षी की प्रमिका लोगों को आश्चर्यचकित कर देती है। मछली के आकार का एक्वेरियम, स्नेक पार्क, रॉक गार्डन, अम्यूजमेंट पार्क, फेंसी पार्क और यहां लगे फव्वार यहां के अन्य आकर्षण हैं।
 
== आस पास दर्शनीय स्थल ==
=== कुंचन स्मारकम ===
(32 किलोमीटर)
(32 किमी.)
पलक्कड जिले के लक्किडी में मशहूर मलयालम कवि कलकथ कुंजन नांबियार का जन्मस्थान किल्ली कुरुशीमंगलम है। इन्हीं ने पारंपररिक नृत्य शैली ओट्टंथुल्लल की रचना की थी। कुंचन नांबियार मलयालम साहित्य के स्वर्णयुग का प्रतिनिधित्व करते हैं। आज कुंचन स्मारकम एक राष्ट्रीय स्मारक है और इसमे पुस्तकालय और औडिटोरियम भी है। इस स्मारक से जुड़े लोगों की सहायता से ओट्टंथुल्लल, सीतमकन थुल्लल और परयाण थुल्लल पर तीन वर्षीय पाठ्यक्रम यहां चलाया जाता है। यहां नवरात्रि उत्सव बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। उस दौरान यहां का नजारा देखते ही बनता है। 5 मई को थुंचन दिवस के रूप में मनाया जाता है। समय: सुबह 10 बजे-शाम 5 बजे तक, दूरभाष: 0466-2230551
 
=== शांत घाटी राष्ट्रीय उद्यान ===
(65 किलोमीटर)
(65 किमी.)
यह घाटी पश्चिमी घाट पर बचे विषुवतीय वर्षा वनों में से एक हैं। यह पलक्कड जिले के उत्तर पूर्व मे कुंडली की पहाड़ियों पर स्थित है। अधिक आबादी न होने के कारण इस जंगल का अभी भी वही स्वरूप है जो 19वीं शताब्दी के मध्य में था। जनसंख्‍या के कम घनत्व के कारण यहां उन दुर्लभ जीवों और वनस्पतियों को बचाए रखने में मदद मिली है जो करीब 50 मिलियन वर्षो से यहां फल फूल रहे हैं। कहा जाता है कि यह घाटी 50 मिलियन वर्ष पुरानी है।
 
दर्शकों को केवल सैरंधिरी तक ही जाने की अनुमति है जो मुक्कली से 23 किमी.किलोमीटर दूर है। मुक्कली एक छोटा कस्बा है जहां केरल वन विभाग के उपनिदेशक का कार्यालय और 60 मी. ऊंचा वॉच टावर है। मुक्कली से उद्यान तक पैदल जाना होता है। पार्क में वाइल्डलाइफ वार्डन की विशेष अनुमति के बिना नहीं रुक सकते। रुकने के लिए मुक्कली में रस्ट हाउस (दूरभाष: 04924-222056) है। समय: सुबह 8 बजे-शाम 5 बजे तक
 
== आवागमन ==
;वायु मार्ग:
नजदीकी हवाई अड्डा कोयंबटूर (52 किमी.किलोमीटर) नजदीकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा कोचीन (120 किमी.किलोमीटर)
;रेल मार्ग:
पलक्कड में दो रलवे स्टेशन हैं, एक मुख्य शहर में और एक कस्बे में। यह सभी प्रमुख शहरों से रलों के जरिए जुड़ा हुआ है। इसमें हैदराबाद, कोजीकोड, मैंगलोर, कोच्चि, तिरुवनंतपुरम, बैंगलोर, मुंबई, चेन्नई, कोलकत्ता शामिल हैं।