"अल्पना मिश्र": अवतरणों में अंतर

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| real_name = अल्पना मिश्रा
| gender = महिला
| languages = [[हिन्दी]]
| birthdate = ०११८ मार्चमई १९९८१९६९
| birthplace = उत्तर प्रदेश
| location = ---
| country = भारत
| nationality = [[भारतीय]]
| ethnicity = भारतीय
| occupation = लेखिका
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| education = हिन्दी में एम ए और पीएचडी
| aliases = ---
| contributions = [[कहानी संग्रह]] : 'भीतर का वक्त', 'छावनी में बेघर', 'कब्र भी कैद औ' जंजीरे , उपन्यास :'अन्हियारे तलछट में चमका'
<!-- CONTACT INFO -------------->
| website =
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हिन्दी [[कथा]] साहित्य में अल्पना मिश्र जी प्रमुख [[हस्ताक्षर]] के रूप में हैं। उनके [[कहानी संग्रह]] : [http://भीतर%20का%20वक्त्त भीतर का वक्त्त] ,[[छावनी में बेघर]], 'कब्र भी कैद औ' जंजीरे भी, साथ ही उपन्यास :'अन्हियारे तलछट में चमका' पाठकों के बीच में अपना महत्वपूर्ण स्थान बना चुके हैं। वह हिंदी की [[महान]] लेखकों में से एक है और उन्होंने हिन्दी के [[कला]] क्षत्र[[क्षेत्र]] को और खूबसूरत बनाने में अपना अच्छा योगदान दिया हैं।
आधुनिक हिन्दी काल की जानी मानी लेखक अल्पना मिश्र जी पंडित [[हज़ारी प्रसाद द्विवेदी]] के परिवार से आती हैं। उन्होंने अपने लेखन की शुरुआती प्रेरणा द्विवेदी जी से ही ली और कई पुरस्कारों से भी सम्मानित की गई। पति कर्नल अमिताभ का [[सेना]] में होने के बावजूद भी उन्होंने हमेशा उनका साथ दिया था। इस तरह [[पति]], बच्चों और [[माता]] [[पिता]], सब के साथ मिल जुल कर वह अपनी गाड़ी ठीक से चलाने में कामयाब हुई।
वक्त्त्
==पृष्ठभूमि==
अल्पना मिश्र जी का जन्म १८ मई १९६९ को हुआ था। वह आजमगढ, उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गाव में पैदा हुई थी। उन्हें अपने लेख के लिए शैलेश मटियानी समृति सम्मान (२००६) , परिवेश सम्मान (२००६),रचनाकार सम्मान (भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता २००८),शक्ति सम्मान (२००८)जैसे पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। फिलहाल अल्पना मिश्र दिल्ली विश्वविद्यालए के हिन्दी विभाग में सह-प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हैं।
परिवार और नौकरी की ज़िम्मेदारियों से बेहद घिरे रहने के बावजूद भी लेखिका हर रात उपन्यास लिख-लिख कर रात बिताती थी।
 
==पृष्ठभूमि==
अल्पना मिश्र जी का [[जन्म]] १८ मई १९६९ को हुआ था। वह आजमगढ, [[उत्तर प्रदेश]] के एक छोटे से गाव में पैदा हुई थी। उन्हें अपने लेख के लिए शैलेश मटियानी समृति [[सम्मान]] ([[२००६]]) , परिवेश सम्मान (२००६),रचनाकार सम्मान (भारतीय भाषा परिषद, [[कोलकाता]] २००८),शक्ति[[स्त्री]] सम्मानशक्त्ति सम्मान(२००८)जैसे पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। फिलहाल अल्पना मिश्र [[दिल्ली]] विश्वविद्यालए[[विश्वविद्यालय]] के हिन्दी विभाग में सह-प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हैं।
[[परिवार]] और [[नौकरी]] की ज़िम्मेदारियों से बेहद घिरे रहने के बावजूद भी लेखिका हर रात [[उपन्यास]] लिख-लिख कर रात बिताती थी।
==परिवार==
अल्पना मिश्र जी का [[जन्म]] ऐसे परिवार में हुआ था जहां विद्वता, और किताबें चारों तरफ थी। वह अधिक से अधिक पढ़ने क सहज किया करती थी। और फिर वह जिस बसती से थी वहां से कई
प्रसिद्ध [[कौशल]] निकले हैं। छोटी उम्र में अन्याय का [[विरोध]] करने के लिए जब उन्होंने अपनी पहली [[कविता]] लिखी तो उनके परिवार वाले अतिरिक्त रूप से खुश हो गए थे और उन्हें आगे लिखने का प्रोत्साहन भी दिया था।
 
पर लेखिका के लिये कठिनाई यह हुई की उनकी इस गंभीर कविता को लोग [[मनोरंजन]] के रूप में देख रहे थे। फिर इसी से चालू हुआ उनका [[समाज]] की कुरूप स्थिति का खंडन करने वाली कहानियांकहा [[लिखने]] का सिलसिला।
लेखिका को लगता था की जो लोग खुद नहीं बोल सकते हैं, उनके बदले में वह अपने पात्रों के [[माध्यम]] से जन [[जागरण]] बढ़ा सकती हैं ।
- फिर पति के [[फौज]] में होने के बावजूद भी लेखिका खुद नौकरी कर अपना परिवार चलाती थी और फौज की कई सुविधाओं को छोड़ा भी था।
==शिक्षा==
अल्पना मिश्र जी ने [[काशी हिन्दू विश्वविद्यालएविश्वविद्यालय]] में एमएएम०ए० और [[पीएचडी]] की डिग्रीउपाधि पूरीप्राप्त की।
==मुख्य कृतियाँ==
कहानी संग्रह: भीतर का वक्त , छावनी में बेघर , कब्र भी कैद औ।
उपन्यास :अन्हियारे,तलछट में चमका।
[[संपादन]] : सहोदर( संबंधों की श्रृंखला :कहानियांकहानियाँ)
 
==उपलब्धियाँ==
शैलेश मटियानी स्मृति सम्मान (२००६)
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२ http://tehelkahindi.com/a-talk-with-hindi-writer-alpana-mishra/
३ http://gadyakosh.org/gk/%E0%A4%85%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%AA%E0%A4%A8%E0%A4%BE_%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B0
४ https://hindi.yourstory.com/alpanamishra
४ www.shabdankan.com › ... › कहानी › स्त्री विमर्श