No edit summary
No edit summary
पंक्ति 9:
कर्नाटक राज्योत्सव का समारोह
राज्योत्सव दिन में [[लाल]] और [[पीला]] राज्य ध्वज कर्नाटक भर में प्रदर्शित होता हैं और उस्के साथ एक रंगीन उत्सव होता है। हर साल राज्य सरकार, जो भी कर्नाटक राज्य के लिए योगदान किये है उन्के के लिए पुरस्कार की घोषणा किया जाता हैं। यह [[उत्सव]] [[धर्म]] को नहि देखता नही क्योंकी यह उत्सव करनाटक राज्य और संस्क्रिति के बारे में हैं न बल्की कोई धर्म के बारे में। इसी लिये सारे धर्म के लोग इस उत्सव को मनाते हें। इस दिन की खूबसूरती है कि यह आयु समूहों के रूप में ज्यादा उत्साह, धर्म, लिंग और आय के साथ आनंद लिया जाता है, यह वास्तव में एक पौष्टिक और समावेशी उत्सव हैं। राज्य सरकार उन लोगों को राज्योत्सव पुरस्कार देते हैं जो राज्य के विकास के लिए योगदान दिये है। राज्य के मुख्यमंत्री इस उत्सव को बेङ्लूरू के कन्टीरवा स्टेडियम में शुरुआत करते हैं। कयी पाटशाला के बच्चों को पदक दिया जाता हैं।
कन्नड़ झंडे को बेंगलुरू के [[शहर]] भर में लगभग सभी कार्यालय और व्यापारिक प्रतिष्ठान पर प्रदर्शित किया जाता हैं। सारे ऑटो रिक्शाओं में इस राज्य की द्वज को प्रदर्शित करते हैं। <रेफ> http://www.dnaindia.com/bangalore/slideshow-55th-kannada-rajyotsava-celebrations-1461046 </रेफ>
पाट्शालाओं में और महाविध्यालयों में भी इस उत्सव को रज्य कि नाट्य, [[कला]] और संस्क्रिती कि प्रशंसा के द्वारा मनाया जाता हैं। इस राज्य के सबसे प्रमुख कवि कुवेम्पु कि कविताए को पडाया जाता हैं और उन्की गाना 'जया भारथा जननी' नामक गाना को भी गाया जाता हैं।