"मानव प्रवास": अवतरणों में अंतर

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=='''मानव पलायन'''==
मनुष्य स्थायी या अस्थ्यी रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान आवाजावी करते है। अक्सर आवाजाही लम्बी दूरी का ही होता है और वह घरेलु देश से दुसरे देश तक ही नही बल्कि आन्तरिक पलायन की भी सम्भावना है क्योकी ज़्यादातर लोग अपने देश मे रेहना पसन्द करते है। मानव पलायन पूरे विश्व मे एक सम्मान है। प्रवास एक व्यक्ति के रूप मे, परिवार, विशाल समूह के रूप मे होता है।
'''घरेलु पलायन''' या आतंरिक पलायन- यानि देश के भीतर के लोगों का एक से दूसरे खंड मे आवाजावी होना। '''अंतराष्ट्रीय पलायन''' -लोगों का एक देश से दूसरे देश मे आवाजावी होना। जो घुमंतू है उंन्हें मानव पलायन नहीं माना जाता है क्योंकि ये एक स्तनस्थान मे बसने का इरादा नहीं करते। ये लोग [[ मौसम]] के अनुसार एक स्थान से दूसरे स्थान जाते है। अल्प कालीन चालन जैसे; यात्रा, पर्यटन, तीर्थ या लघुकरण पलायन में समिलित नहीं किया जाता। जो लोग नए इलाके में पलायन करते है उन्हें प्रव्रचक कहते है।
 
२०११ वर्ल्ड बैंक के पलायन रिपोर्ट के मुताबिक २१.५ करोड़ से अधिक लोग यानी दुनिया की ३% आबादि अपने जन्म स्थान के देश से बाहर रहते है।
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-अनुचित पाठशाला
२. '''पुल्ल फैक्टर [ खींचने का कारक]:''' अपने देश के आलावा दूसरे देश की औरओर आकर्षितअकर्षित होना।
- रोज़गार
- ख़ुशी
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=='''मानव पलायन के प्रभाव और नुक्सान'''==
 
* जनसंख्या का [[संतुलन]] का बदलाव : इससे पूरी दुनिया में हर प्रकार की जाती के लोगो का वास है, जिससे हर प्रकार की जाति का मिलाप होगा और लोगो में एकता बढ़ेगी और पूरी दुनिया में बहू सांस्कृतिक जनसंख्या फेलाफैल रही है।
 
* अलग जाति और संस्कृति के मिश्रण से भेद-भाव बढ़ने लगता है। जिससे समाज का संतुलन बिगड़ जाता है और हर जगह एक दूसरो की [[संस्कृति]] के खिलाफ विरोध और लड़ाई होगी, अपराद की संख्या बढ़ने लगेगी।