"ऊर्जा": अवतरणों में अंतर
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[[चित्र:Sun in February (black version).jpg|अंगूठाकार|thumb|right|[[पृथ्वी]] पर लगभग समस्त [[जीवन]] के लिए [[सूर्य]] [[सौर्य ऊर्जा|ऊर्जा का स्रोत]] है। मुख्यतः वह [[तापीय ऊर्जा]], [[ऊष्मा ऊर्जा]] और [[दीप्तिमान ऊर्जा|दीप्तिमान (प्रकाश) ऊर्जा]] छोड़ता हैं।]]
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[[भौतिकी]] में, '''ऊर्जा''' [[भौतिक वस्तु|वस्तुओं]] का एक [[भौतिक गुण|गुण]] है, जो अन्य वस्तुओं को [[ऊर्जा स्थानांतरण|स्थानांतरित]] किया जा सकता है या [[ऊर्जा के रूप|विभिन्न रूपों]] में [[ऊर्जा रूपांतरण|रूपांतरित]] किया जा सकता हैं।<ref>{{Cite book|title = Thermal Physics|url = https://books.google.com/books?id=c0R79nyOoNMC|publisher = Macmillan|date = 1980-01-15|isbn = 9780716710882|language = en|first = Charles|last = Kittel|first2 = Herbert|last2 = Kroemer}}</ref>
किसी भी कार्यकर्ता के [[कार्य]] करने की क्षमता को '''उर्जा''' (Energy) कहते हैं। ऊँचाई से गिरते हुए जल में ऊर्जा है क्योंकि उससे एक पहिये को घुमाया जा सकता है
ऊर्जा की सरल परिभाषा देना कठिन है। ऊर्जा वस्तु नहीं है। इसको हम देख नहीं सकते, यह कोई जगह नहीं घेरती, न इसकी कोई छाया ही पड़ती है। संक्षेप में, अन्य वस्तुओं की भाँति यह [[द्रव्य]] नहीं है, यद्यापि बहुधा द्रव्य से इसका घनिष्ठ संबंध रहता है। फिर भी इसका अस्तित्व उतना ही वास्तविक है जितना किसी अन्य वस्तु का और इस कारण कि किसी पिंड समुदाय में, जिसके ऊपर किसी बाहरी बल का प्रभाव नहीं रहता, इसकी मात्रा में कमी बेशी नहीं होती।
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