"पृथ्वी": अवतरणों में अंतर

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'''पृथ्वी''', जिसे '''विश्व''' अथवा( '''The World वर्ल्ड''') भी कहा जाता है{{refn|group=सा|मानव [[सभ्यता]] और व्यवहार के विकास के साथ सामान्यतः ये शब्द प्रचलन में आते हैं।<ref>''[[ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी]]'', {{nowrap|तृतीय संस्करण}} "world, ''n.''" ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस (ऑक्सफोर्ड), 2010.</ref>}} (तथा कम प्रचलन में '''भूमि''' अथवा '''गैय'''{{refn|group=सा|यूनानी देवी के रूप में, लेकिन वर्तमान में वैश्विक [[पारिस्थितिक तंत्र]] के लिए काम में लिया जाता है।<ref>''[[ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी]]'', {{nowrap|तीसरा संस्करण}} "Gaia, ''n.''" ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस (ऑक्सफोर्ड), 2007.</ref>}} अथवा लेटिन में '''टेरा'''<ref>''[[ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी]]''), {{nowrap|प्रथम संस्करण}} "terra, ''n.''" ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस (ऑक्सफोर्ड), 1911.</ref>), [[सूर्य]] का तीसरा ग्रह है।<!-- यहाँ के नीचे का भाग का सम्पादन करना है-->
यह [[सौर मंडल]] में [[व्यास]], [[द्रव्यमान]] और [[घनत्व]] की दृष्टि से सबसे बड़ा [[पार्थिव ग्रह]] है। इसका ''पृथ्वी'', ''पृथ्वी ग्रह'', ''भूमि'', ''[[विश्व|संसार]]'' और ''[[Wiktionary:Terra|टेरा]]''<ref>ध्यान दें कि [[अंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ]] ([[:en:International Astronomical Union|International Astronomical Union]]) सम्मेलन के द्वारा " टेरा " शब्द पृथ्वी ग्रह की अपेक्षा व्यापक भूमि के नामकरण के लिए किया जाता है सीएफ़ <br /><!--Translate this template and uncomment
{{cite web
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== नाम ==
पृथ्वी अथवा पृथिवी नाम पौराणिक कथा पर आधारित हैहै।महाराज जिसकापृथु महराजके पृथुनाम पर इसका नाम पृथ्वी रखा सेगया। है। अन्य नाम हैं - धरा, भूमि, धरित्री, रसा, रत्नगर्भा इत्यादि। अंग्रेजी में अर्थ और लातीन भाषा में टेरा।
 
== रासायनिक संरचना ==
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# '''नाज्का प्लेट''' – पूर्वी प्रशांत महासागर से सटे दक्षिण अमेरिका
# '''प्रशांत प्लेट''' – प्रशांत महासागर के सबसे अधिक (और कैलिफोर्निया के दक्षिणी तट!)
पृथ्वी का भूपटल काफी नया है। खगोलिय पैमाने पर यह बहुत छोटे अंतराल ५००,०००,००० वर्ष मे बना है। क्षरण और टेक्टानीक गतिविधी पृथ्वी के भूपटल को नष्ट कर नया करते रहती है, इस तरक ऐतिहासिक भौगोलिक गतिविधियो के प्रमाण (क्रेटर) नष्ट होते रहते है। पृथ्वी के शुरुवाती इतिहास के प्रमाण नष्ट हो चुके है। पृथ्वी की आयू ४.५ अरब वर्ष से लेकर ४.६ अरब वर्ष है लेकिन पृथ्वी की सबसे पूरानी चट्ठान ४ अरब वर्ष पूरानी है, ३ अरब वर्ष से पूराने चट्टाने दूर्लभ है। जिवितजीवित प्राणियो के जिवाश्मजीवाश्म की आयू ३.९ अरब वर्ष से कम है। जिवनजीवन के प्रारंभ के समय के कोई प्रमाण उपलब्ध नही है।
 
== जल की उपस्थिति ==
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== वायुमंडल ==
{{मुख्य|वायुमण्डल}}
पृथ्वी के वातावरण मे ७७% [[नायट्रोजन]], २१% [[आक्सीजन]], और कुछ मात्रा मे आर्गन, कार्बन डाय आक्साईड और जल बाष्प है। पृथ्वी पर निर्माण के समय कार्बन डाय आक्साईड की मात्रा ज्यादा रही होगी जो चटटानो मे कार्बोनेट के रूप मे जम गयी, कुछ मात्रा मे सागर द्वारा अवशोषित कर ली गयी, शेष कुछ मात्रा जिवितजीवित प्राणियो द्वारा प्रयोग मे आ गयी होगी। प्लेट टेक्टानिक और जैविक गतिविधी कार्बन डाय आक्साईड का थोड़ी मात्रा का उत्त्सर्जन और अवशोषण करते रहते है। कार्बनडाय आक्साईड पृथ्वी के सतह का तापमान का ग्रीन हाउस प्रभाव द्वारा नियंत्रण करती है। ग्रीन हाउस प्रभाव द्वारा पृथ्वी सतह का तापमान ३५ डीग्री सेल्सीयस होता है अन्यथा वह -२१ डीग्री सेल्सीयस से १४ डीग्री सेल्सीयस रहता; इसके ना रहने पर समुद्र जम जाते और जिवनजीवन असंभव हो जाता। जल बाष्प भी एक आवश्यक ग्रीन हाउस गैस है।
 
रासायनिक दृष्टीदृष्टि से मुक्त आक्सीजन भी आवश्यक है। सामान्य परिस्थिती मे आक्सीजन विभिन्न तत्वो से क्रिया कर विभिन्न यौगिक बनाती है। पृथ्वी के वातावरण मे आक्सीजन का निर्माण और नियंत्रण विभिन्न जैविक प्रक्रियाओ से होता है। जिवनजीवन के बिना मुक्त आक्सीजन संभव नही है।
== चंद्रमा ==
{{मुख्य|चंद्रमा}}