"आयनमंडल": अवतरणों में अंतर
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== आयनमंडल की उपयोगिता ==
[[चित्र:Skywave.jpg|अंगूठाकार|रेडियो तरंगें (काले रंग में) आयनमण्डल से परावर्तित होकर पृथ्वी पर लौटती हैं जो अधिक दूर तक संचार करने में सहायक होता है।]]
[[चित्र:ShortWaveFadeNOAA.png|अंगूठाकार|अधिकतम प्रयुज्य आवृत्ति तथा निम्नतम प्रयुक्त आवृत्ति]]
रेडियो तरंगों ([[विद्युतचुम्बकीय तरंग|विद्युच्चुंबकीय तरंगों]]) के [[प्रसारण]] में सबसे अधिक है। [[सूर्य]] की [[पराबैगनी किरणें|पराबैगनी किरणों]] से तथा अन्य अधिक ऊर्जावाली किरणों और कणिकाओं से आयनमंडल की गैसें आयनित हो जाती हैं। ई-परत अथवा केनली हेवीसाइड परत से, जो अधिक आयनों से युक्त है, विद्युच्चुंबकीय तरंगें परावर्तित हो जाती हैं। किसी स्थान से प्रसरित विद्युच्चुबंकीय तरंगों का कुछ भाग आकाश की ओर चलता है। ऐसी तरंगें आयनमंडल से परावर्तित होकर पृथ्वी के विभिन्न स्थानों पर पहुँचती हैं। लघु तरंगों (शार्ट वेव्स) को हजारों किलोमीटर तक आयनमंडल के माध्यम से ही पहुँचाया जाता है।
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