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'''मृत भाषा''' या '''विलुप्त भाषा''' उसे कहा जाता है, जिसे बोलने वाला कोई भी जीवित नहीं हो। चाहे उस भाषा का किसी अन्य भाषा बोलने वालों द्वारा अन्य प्रकार से उपयोग भी क्यों न हो रहा हो। इस तरह के भाषाओं का कोई मातृभाषी नहीं होता है। किसी भाषा के मृत या विलुप्त होने का कारण, उनके बोलने वालों द्वारा किसी अन्य भाषा को स्वीकार करना या उन सभी की मृत्यु हो जाना ही होता है।
 
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शिक्षा प्रणाली और मीडिया जैसे इंटरनेट, टेलीविजन और प्रिंट मीडिया आदि भी भाषा को विलुप्त करने में सहायक होते हैं। जैसे यदि कोई एक देश से दूसरे देश में जाता है तो उसके बच्चे उस देश के शिक्षा संस्थानों में जिस भाषा में पढ़ाई होता है, उसी में अपनी पढ़ाई करते हैं। ऐसे में वे अपनी मातृभाषा से दूर हो जाते हैं।
 
==कारण==
===आर्थिक और सांस्कृतिक वैश्वीकरण===
 
===मृत्यु===
 
===उधार लेना===
 
==पूर्व कारण==
===उपनिवेशवाद===
अमेरिका में बने कई भाषाएँ अंग्रेजी, फ्रांसीसी, पुर्तगाली आदि के उपनिवेशों के कारण अब मृत या विलुप्त भाषा बन गई है।
 
===लूटपाट===
19वीं सदी या से पूर्व कई देशों में विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा हमला करने के साथ साथ वहाँ की चीजों को लूट भी लिया जाता था। इनमें पुस्तक आदि भी शामिल थे। इन आक्रमणकारियों द्वारा पुस्तकालय, ऐतिहासिक धरोहर आदि को नष्ट कर दिया जाता था, जिससे वहाँ केवल उनकी संस्कृति और भाषा ही बने रहे।
 
==सन्दर्भ==
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==बाहरी कड़ियाँ==
 
[[श्रेणी:भाषा]]