"अहिल्या": अवतरणों में अंतर

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{{स्रोतहीन|date=सितंबर 2014}}
{{Infobox deity
| type = हिन्दू
| Image = Ahalya.jpg
| Image_size = 200px
| Caption = [[राजा रवि वर्मा]] (१८४८–१९०६) द्वारा निर्मित ''अहिल्या'' का चित्र।
| alt = लाल किनारों वाली श्वेत साड़ी पहने, पेड़ के सहारे खड़ी एक युवा गोरी महिला, उसने बायां हाथ इस तरह मोड़ रखा है कि वो बालों में है और दायां हाथ में फूलो की टोकरी ले रखी है।
| Name = अहिल्या
| Affiliation = [[ऋषि]] (संत), ''पंचकन्या''
| Devanagari = अहल्या
| Sanskrit_Transliteration = अहल्या
| Abode = गौतम ऋषि का आश्रम
| Consort = [[महर्षि गौतम|गौतम]]
|children=Shatananda
}}
 
 
[[रामायण]] की एक पात्र, प्रातः स्मरणीय [[पंचकन्या]] में से एक। ये [[गौतम ऋषि]] की पत्नी थी। इंद्र द्वारा [[छल]] पूर्वक किए गए [[शीलहरण]] की सज़ा अहिल्या को भी भुगतनी पड़ी। ऋषि ने उसे शिला बन जाने का [[शाप]] दे दिया। इससे मुक्ति का उपाय [[राम]] का चरण स्पर्श था। [[त्रेता युग]] में [[अवतार]] लेकर जब राम ऋषि [[विश्वामित्र]] के साथ [[जनकपुरी]] पहुँचे तो वहाँ उन्होंने गौतम ऋषि का आश्रम भी देखा। वहीं राम के चरण स्पर्श से अहिल्या शाप मुक्त होकर पुनः मानवी बन गई।