"मालवी": अवतरणों में अंतर
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[[File:Malvi Language Area and Malvi Pradesh State.png|thumb|Malvi Language Spoken Regions in India]]
मालवी [[भारत]] के [[मालवा]] क्षेत्र की भाषा
मालवा के विस्तार को इन पंक्तियों में बांधने की कोशिश लोक जीवन में मिलती है- इत चम्बल, उत बेतवा, मालवा सीम सुजान।
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दक्षिण दिसि है नर्मदा, यह पूरी पहचान।।
अर्थात् पूर्व दिशा में बेतवा (वेत्रवती) नदी, उत्तर-पश्चिम में चम्बल (चर्मण्यवती) और दक्षिण में पुण्य सलिला नर्मदा नदी के बीच का प्रदेश मालवा है।
मालवा समृद्धि एवं सुख से भरपूर क्षेत्र माना जाता है। ‘देश मालवा गहन गंभीर, डग-डग रोटी पग-पग नीर’ जैसी उक्ति लोक-जीवन में प्रचलित है। जीवन की यही विशिष्टताएं मालवा के इतिहास, संस्कृति, साहित्य, कला आदि में प्रतिबिम्बित हुई हैं। लोककलाओं के रस से मालवांचल सराबोर है।
प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा के अनुसार मालवी का केन्द्र उज्जैन, इंदौर, देवास और उसके आसपास का क्षेत्र है। इसी मध्यवर्ती मालवी को आदर्श या केन्द्रीय मालवी कहा जाता है, जो अन्य निकटवर्ती बोलियों के प्रभाव से प्रायः अछूती है। केन्द्रीय या आदर्श मालवी के अलावा मालवी के कई उपभेद या उपबोलियाँ भी अपनी विशिष्ट पहचान रखती हैं। मालवी के प्रमुख उपबोली रूप हैं-
*केन्द्रीय या आदर्श मालवी
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