"उल्का": अवतरणों में अंतर
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i don't careb|300px|आकाश के एक भाग में उल्का गिरने का दृष्य; यह दृष्य एक्स्ोजर समय कबढ़ाकर लिया गया है]]
[[आकाश]] में कभी-कभी एक ओर से दूसरी ओर अत्यंत वेग से जाते हुए अथवा [[पृथ्वी]] पर गिरते हुए जो पिंड दिखाई देते हैं उन्हें '''उल्का''' (meteor) और साधारण बोलचाल में 'टूटते हुए तारे' अथवा 'लूका' कहते हैं। उल्काओं का जो अंश वायुमंडल में जलने से बचकर पृथ्वी तक पहुँचता है उसे उल्कापिंड (meteorite) कहते हैं। प्रायः प्रत्येक रात्रि को उल्काएँ अनगिनत संख्या में देखी जा सकती हैं, किंतु इनमें से पृथ्वी पर
== संक्षिप्त इतिहास ==
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