"छोटी सी बात": अवतरणों में अंतर

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'''छोटी सी बात''' १९७५ में बनी [[हिन्दी भाषा]] की फिल्म है।
== संक्षेप ==
ये है जकशन तोलाराम एण्ड कंपनी का दफ्तर। सुबह ठीक 8 बजे यह दफ्तर खुल जाता है। जी हाँ ये है कहानी के नायक अरूण प्रदीप तथा ये है प्रदीप का दिल जो प्रभा के लिए धड़कता है आैर ये है कहानी की नायिका प्रभा नारायण लेकिन प्रभा को पता भी नहीं है। प्रभा को देखते ही अरूण का दिल धड़कने लगा। धड़कते दिल का क्लोज अप। प्रभा को देखते ही अरूण असहज हो जाता है। बस के इंतजार में दोनों। प्रभा आगे अरूण पीछे-पीछे पार्श्व संगीत टू-20 , प्रभा अपनी सहेली से बात कर रही है प्रभा - आज जो जनाब आफिस तक छोड़ने आए थे। सहेली - काैन है वो। प्रभा - होगा कोई । सहेली - कहा काम करता है।प्रभा - पास के ही किसी आफिस में। अगला दृश्य - (अरूण आफिस में )- चपरासी - क्या हुआ साहब आ गए। अरूण सह कर्मचारी से - वो बल्यू बर्ड कंपनी की फाईल ..... कर्मचारी रेडियों पर मैच की कामेंट्री सुनते हुए लेकिन अरूण के टोकने से चिड़ जाता है। कर्मचारी - ठीक है देख लेंगे, जब से प्रमोशन हुआ है पता नहीं अपने आपको क्या समझने लगा है। चपरासी अरूण से- साब बड़े साब बुलाते हैं। आज सब ओवर टाईम कर रहे हैं। अरूण - हमको ओवर टाइम नहीं करना।
 
== चरित्र ==
== मुख्य कलाकार ==