"नामदेव": अवतरणों में अंतर

सन्दर्भ सुधार
छो Filling in 2 references using Reflinks
पंक्ति 12:
|Literary works = [[अभंग]] भक्ति काव्य
}}
'''श्री नामदेव जी''' भारत के प्रसिद्ध संत हैं।<ref>{{cite web|url=http://www.sikh-history.com/sikhhist/events/namdev.html |title=Bhagat Namdev ji |publisher=Sikh-history.com |date= |accessdate=2017-04-30}}</ref><ref>{{cite web|url=http://www.namdev.co.in/namdev.php |title=namdev universe |publisher=Namdev.co.in |date= |accessdate=2017-04-30}}</ref> विश्व भर में उनकी पहचान '''"संत शिरोमणि"''' के रूप में जानी जाती है. इनके समय में नाथ और महानुभाव पंथों का महाराष्ट्र में प्रचार था।
 
'''संत शिरोमणि श्री नामदेवजी''' का जन्म "पंढरपुर", मराठवाड़ा, महाराष्ट्र (भारत) में "26 अक्टूबर, 1270 , कार्तिक शुक्ल एकादशी संवत् १३२७, रविवार" को सूर्योदय के समय हुआ था. महाराष्ट्र के सातारा जिले में कृष्णा नदी के किनारे बसा "नरसी बामणी गाँव, जिला परभणी उनका पैतृक गांव है." संत शिरोमणि श्री नामदेव जी का जन्म "शिम्पी" (मराठी) , जिसे राजस्थान में "छीपा" भी कहते है, परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम दामाशेठ और माता का नाम गोणाई (गोणा बाई) था। इनका परिवार भगवान विट्ठल का परम भक्त था। नामदेवजी का विवाह कल्याण निवासी राजाई (राजा बाई) के साथ हुआ था और इनके चार पुत्र व पुत्रवधु यथा '''"नारायण - लाड़ाबाई", "विट्ठल - गोडाबाई", "महादेव - येसाबाई" , व "गोविन्द - साखराबाई" तथा एक पुत्री थी जिनका नाम लिम्बाबाई''' था. श्री नामदेव जी की बड़ी बहन का नाम '''आऊबाई''' था. उनके एक पौत्र का नाम '''मुकुन्द''' व उनकी दासी का नाम '''"संत जनाबाई"''' था, जो संत नामदेवजी के जन्म के पहले से ही दामाशेठ के घर पर ही रहती थी. संत शिरोमणि श्री नामदेवजी के नानाजी का नाम '''गोमाजी''' और नानीजी का नाम '''उमाबाई''' था.