"विकिरण सुरक्षा": अवतरणों में अंतर
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[[चित्र:Lead shielding.jpg|right|thumb|300px|परिरक्षण (शिल्डिंग) के लिये प्रयोग किये गये सीसा के ब्लॉक]]
[[आयनकारी विकिरण]] के हानिकारक प्रभावों से व्यक्तियों एवं पर्यावरण को सुरक्षित रखने वाले [[विज्ञान]] एवं व्यवहार का नाम '''विकिरण संरक्षा''' या '''विकिरण सुरक्षा''' (Radiation protection या radiological protection) है।
उद्योग एवं चिकित्सा में आयनकारी विकिरण का बहुतायत से उपयोग होता है।
विकिरण से सुरक्षा का मूलभूत तरीका है कि विकिरण के प्रभाव में कम से कम आयें (reduction of expected dose) तथा मानव द्वारा लिये गये विकिरण डोज का सतत मापन करते रहना।
== विकिरण से सुरक्षा का सिद्धान्त ==
विकिरण से सुरक्षा के तीन नियम हैं-
*'''(१) दूरी''' : विकिरण के स्रोत से पर्याप्त दूरी बनाये रखें।
*'''(२) कवच या परिरक्षक (शिल्ड)''' : रेडियोसक्रिय स्रोत एवं लोगों के बीच शिल्ड रखी होनी चाहिये। ये शिल्ड प्रायः क्ंक्रीट की दीवार, [[सीसा]] या [[इस्पात]] की मोटी चादरें या ब्लॉक आदि के रूप में होते हैं।
*'''(३) समय''' : विकिरण क्षेत्र में जाना पड़े तो भी कम से कम समय उस क्षेत्र से निकलने का प्रयास करना चाहिये।
▲*'''(२) कवच या परिरक्षक (शिल्ड)''' : रेडियोसक्रिय स्रोत एवं लोगों के बीच शिल्ड रखी होनी चाहिये। ये शिल्ड प्रायः क्ंक्रीट की दीवार, [[सीसा]] या [[इस्पात]] की मोटी चादरें या ब्लॉक आदि के रूप में होते हैं। {{Fact|date=जुलाई 2014}}
▲*'''(३) समय''' : विकिरण क्षेत्र में जाना पड़े तो भी कम से कम समय उस क्षेत्र से निकलने का प्रयास करना चाहिये।{{Fact|date=जुलाई 2014}}
[[श्रेणी:विकिरण]]
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