"अजमल क़साब": अवतरणों में अंतर

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{{Infobox criminal
|birth_name = मुहम्मद अजमल आमिर क़साब
|image_name = Mohammed Ajmal Amir Kasab.jpg
|image_caption = [[२००८ के मुंबई हमले|2008 के मुंबई हमलों]] के दौरान [[छत्रपति शिवाजी टर्मिनस]] पर क़साब।
|birth_date = {{Birth date|1987|7|13|df=yes}}
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पाकिस्तान सरकार ने पहले तो इस बात से इनकार किया कि क़साब पाकिस्तानी नागरिक है किन्तु जब [[भारत सरकार]] द्वारा सबूत पेश किये गये तो जनवरी २००९ में उसने स्वीकार कर लिया कि हाँ वह पाकिस्तान का ही मूल निवासी है।<ref name="Dawn Pakistani Newspaper">{{cite news|url=http://archives.dawn.com/archives/42931|title=Ajmal's Nationality Confirmed |publisher=Dawn (Pakistani Newspaper) |date=8 जनवरी 2009|accessdate=31 जनवरी 2012}}</ref> ३ मई २०१० को भारतीय न्यायालय ने उसे सामूहिक ह्त्याओं, भारत के विरुद्ध युद्ध करने तथा विस्फोटक सामग्री रखने जैसे अनेक आरोपों का दोषी ठहराया।<ref>{{cite news|url=http://news.bbc.co.uk/2/hi/south_asia/8657642.stm|title= Surviving Mumbai gunman convicted over attacks|last=Irani |first=Delnaaz |date=3 मई 2010|work=[[बीबीसी न्यूज़]]|accessdate=3 मई 2010| archiveurl= http://web.archive.org/web/20100505141356/http://news.bbc.co.uk/2/hi/south_asia/8657642.stm| archivedate= 5 मई 2010 <!--DASHBot-->| deadurl= no}}</ref> ६ मई २०१० को उसी न्यायालय ने साक्ष्यों के आधार पर मृत्यु दण्ड की सजा सुनायी। २६-११-२००८ को मुम्बई में [[ताजमहल पैलेस एंड टॉवर|ताज़ होटल]] पर हुए हमले में ९ आतंकवादियों के साथ कुल १६६ निरपराध लोगों की हत्या में उसके विरुद्ध एक मामले में ४ और दूसरे मामले में ५ हत्याओं का दोषी होना सिद्ध हुआ था। इसके अतिरिक्त नार्को टेस्ट में उसने ८० मामलों में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार की थी।<ref>{{cite news|url=http://ibnlive.in.com/news/2611-bombay-hc-upholds-kasabs-death-penalty/143895-3.html}}</ref> २१ फ़रवरी २०११ को मुम्बई [[उच्च न्यायालय]] ने उसकी फाँसी की सजा पर मोहर लगा दी।<ref>{{cite news|url=http://www.thehindu.com/news/national/article1478204.ece|title= Kasab waged war against India: court |work=[[द हिन्दू]]|accessdate=22 फ़रवरी 2011|location=Chennai, भारत|date=22 फ़रवरी 2011}}</ref> २९ अगस्त २०१२ को भारत के [[उच्चतम न्यायालय]] ने भी उसके मृत्यु दण्ड की पुष्टि कर दी।<ref>{{cite news|url=http://www.indianexpress.com/news/26-11-terror-attacks-case-sc-upholds-kasabs-death-sentence/994747/|title=26/11 terror attacks case: Ajmal Kasab's plea to spare life rejected by SC|newspaper=[[द इंडियन एक्सप्रेस]]|date=29 अगस्त 2012|accessdate=29 अगस्त 2012}}</ref> बाद में [[गृह मंत्रालय, भारत सरकार]] के माध्यम से उसकी दया याचिका [[राष्ट्रपति]] के पास भिजवायी गयी। राष्ट्रपति [[प्रणव मुखर्जी]] द्वारा उसे अस्वीकार करने के बाद [[पुणे]] की यरवदा केन्द्रीय कारागार में २१ नवम्बर २०१२ को प्रात: ७ बजकर ३० मिनट पर उसे [[फाँसी]] दे दी गयी।<ref>{{cite web|url=http://www.mumbaivoice.com/ajmal-kasab-hanged-today-at-730-am-today |title=Ajmal Kasab hanged today at 7:30 am today |publisher=Mumbaivoice.com |date= |accessdate=21 नवम्बर 2012}}</ref>
 
== राष्ट्रपति ने भी दया याचिका ठुकरायी ==
ध्यान देने योग्य यह बात है कि २६/११ को हुए मुम्बई हमले के आरोपी अजमल क़साब की दया याचिका राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने खारिज कर दी थी। अजमल क़साब उन दस पाकिस्तानी आतंकियों में से एक था, जिन्होंने समुद्र के रास्ते मुम्बई में दाखिल होकर ताज़ होटल पर आतंकी हमले को अंजाम दिया था। २६ नवम्बर २००८ की रात को अजमल क़साब और नौ अन्य आतंकवादियों ने मुम्बई के दो होटलों, छत्रपति शिवाजी रेलवे टर्मिनल, कामा अस्पताल, लियोपोल्ड कैफे और कुछ अन्य स्थानों पर हमला किया था। इन हमलों में १६६ लोग मारे गये थे और ३०० से अधिक घायल हुए थे। बाद में सुरक्षा बलों से हुई मुठभेड़ में ९ आतंकी मारे गये जबकि अजमल क़साब जिन्दा पकड़ा गया।