"शारदा देवी": अवतरणों में अंतर

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=== विवाह ===
केवल 6 वर्ष की उम्र में इनका विवाह श्री रामकृष्ण से कर दिया गया था। जब रामकृष्ण के साथ विवाह हेतु कोई योग्य कन्या नहीं मिल रही थी तब ठाकुर ने सामने से जयरामबाटी में पता लगाने के लिये कहा था और कहा था कि इस कन्या का जन्म मेरे लिये ही हुआ है। सामान्यत: विवाह कर्म प्रजोत्पत्ति के लिये किया जाता है किन्तु सारदा देवी और रामकृष्ण का विवाह संबंध अलौकिक था। रामकृष्ण देव हंमेशा सारदा देवी को माँ के रुप में ही देखते थे। एकदिन रामकृष्ण देव की मन:स्थिति जानने हेतु माँ सारदा ने उनसे पूछा: 'बताईये तो मैं आपकी कौन हूँ?' रामकृष्ण ने विना विलंब उत्तर दिया कि, 'जो माँ काली मूर्ति में बिराजमान है वहीं माँ आपके रुप में मेरी सेवा कर रही हैं।' उनके विवाह संबंध में विषय वासना को कोई स्थान नहीं था। उनके भक्तों का मानने है कि माँ सारदा और रामकृष्ण देव कई जन्मों से एक दूसरे के सहचारी थे।
केवल 6 वर्ष की उम्र में इनका विवाह श्री रामकृष्ण से कर दिया गया था।
 
=== दक्षिणेश्वर में ===