"चरमपसंदी": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Rio tinto river CarolStoker NASA Ames Research Center.jpg|thumb|180px|[[स्पेन]] की [[रिओ तिन्तो (नदी)]] जिसके [[तेज़ाब]]-युक्त पानी को उसमें रह रहे चरमपसंदी [[जीवाणु]] एक पीला-नारंगी सा रंग दे देते हैं]]
'''चरमपसंदी''' ऐसे [[जीव]] को कहा जाता है, जो ऐसे चरम वातावरण में फलता-फूलता हो जहाँ [[पृथ्वी]] पर रहने वाले साधारण जीव बहुत कठिनाई से जीवित रह पाते हो या बिलकुल ही रह न सके।<ref>Rampelotto, P. H. (2010). Resistance of microorganisms to extreme environmental conditions and its contribution to Astrobiology. Sustainability, 2, 1602-1623.</ref><ref>Rothschild, L.J.; Mancinelli, R.L. Life in extreme environments. Nature 2001, 409, 1092-1101</ref> ऐसे चरम वातावरणों में [[ज्वालामुखी]] [[पानी के चश्मे|चश्मों]] का खौलता-उबलता हुईहुऐ पानी, [[तेज़ाब]] से भरपूर वातावरण और [[आरसॅनिक]] जैसे ज़हरीले पदार्थों से युक्त वातावरण शामिल हैं।
 
== अन्य भाषाओं में ==
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* '''दबावपसंदी''' - यह जीव अत्यधिक दबाव वाला वातावरण पसंद करते हैं, जैसे की महासागरों की तहों में सतह से मीलों नीचे गहरी खाइयों में पाया जाता है; अंग्रेज़ी में इन्हें "पीट्ज़ोफ़ाइल" बुलाते हैं |
* '''[[शुष्कपसंदी]]''' - यह जीव बहुत ही सूखे वातावरणों में रह सकते हैं - इस श्रेणी के सूक्ष्मजीव [[चिली]] के प्रसिद्ध [[आताकामा रेगिस्तान]] की मिटटी में मिलते हैं; अंग्रेज़ी में इन्हें "ज़ॅरोफ़ाइल" बुलाते हैं |
* '''[[रेडियोसहनी]]''' या '''विकिरण सहनशील''' - यह जीव [[आयनकारी विकिरण]] (रेडियेशन) से ग्रस्त वातावरणों में जीवित रह सकते हैं, जैसाजैसे [[पराबैंगनी]] विकिरण या नाभिकीय विकिरण (न्यूक्लीयर रेडियेशन) की स्थितियों में; अंग्रेज़ी में इन्हें "रेडियो रॅज़िस्टॅन्ट" जीव बुलाते हैं |
 
== इन्हें भी देखें ==