"बीमा": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) |
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) |
||
पंक्ति 20:
इस संबंध में भी अंग्रेजी और भारतीय विधि नियमों में कुछ अंतर है। भारतीय बीमा विधि की धारा 45 के अनुसार जीवन बीमा में अनजाने में, जानबूझकर तथा बेईमानी की इच्छा से यदि कोई गलतबयानी हो जाए तो वह क्षम्य मानी गई है। लेकिन सामान्य विधि (अंग्रेजी कानून) के अनुसार अनजाने में भी कोई गलतबयानी उस अनुबंध को प्रभावित कर देती है।
==बीमा की विशेषताएँ एवं प्रकृति==
बीमा की परिभाषाओं के अध्ययन के आधार बीमा की विशेषताओं का विश्ले षण किया जा रहा है जो बीमा की प्रकृ ति को भी स्पष्ट करती है :-
Line 62 ⟶ 61:
*19.''' बीमितों की बड़ी संख्या का होना''' - एक ही प्रकार की जोखिम से घिरे व्यक्तियों का जितना बड़ा समूह होगा उतना ही बीमितों को कम प्रीमियम के बदले सुरक्षा प्राप्त होगी।
*20.''' हानि बीमित के नियन्त्रण के बाहर हो''' - अज्ञात व अनिश्चित हानियों का ही बीमा करवाया जा सकता है। हानि होगी अथवा नहीं होगी, हानि की गहनता व तीव्रता क्या होगी ये सभी नियन्त्रण से बाहर होनी चाहिये
== बीमा अनुबन्धों के प्रकार ==
|