"रासायनिक अभिक्रिया": अवतरणों में अंतर

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[[Redacx|x]][[चित्र:Campfire 4213.jpg|thumb|right|लकड़ी का जलना एक रासायनिक अभिक्रिया है।]]
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[[Redacx|x]][[चित्र:Campfire 4213.jpg|thumb|right|लकड़ी का जलना एक रासायनिक अभिक्रिया है।]]
[[चित्र:Hydrochloric acid ammonia.jpg|right|180px|thumb| एक बीकर में [[हाइड्रोजन क्लोराइड]] की वाष्प में परखनली से [[अमोनिया]] की वाष्प मिलाने से एक नया पदार्थ [[अमोनियम क्लोराइड]] बनते हुए]]
'''रासायनिक अभिक्रिया''' में एक या अधिक पदार्थ आपस में अन्तर्क्रिया (इन्टरैक्शन) करके परिवर्तित होते हैं और एक या अधिक भिन्न रासायनिक गुण वाले पदार्थ बनते हैं। किसी रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थों को अभिकारक (रिएक्टैन्ट्स) कहते हैं। अभिक्रिया के फलस्वरूप उत्पन्न पदार्थों को [[उत्पाद]] (प्रोडक्ट्स) कहते हैं। लैवासिये के समय से ही ज्ञात है कि रासायनिक अभिक्रिया बिना किसी मापने योग्य द्रव्यमान परिवर्तन के होती है। (द्रव्यमान परिवर्तन अत्यन्त कम होता है जिसे मापना कठिन है)। इसी को [[द्रव्यमान संरक्षण का नियम]] कहते हैं। अर्थात किसी रासायनिक अभिक्रिया में न तो द्रव्यमान नष्ट होता है न ही बनता है; केवल पदार्थों का परिवर्तन होता है।