"विश्वनाथन आनंद": अवतरणों में अंतर

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सन १९८८ में विश्वनाथन आनंद भारत के ग्रांडमास्टर बने। उन्हें राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सबसे पहले सम्मानित किया गया जो कि भारत का सबसे माननीय खेल पुरस्कार है (सन १९९१-९२)। विश्वनाथन आनंद को सन २००७ में भारत का द्वितीय सबसे श्रेष्ठ नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण दिया गया, जिससे वे भारतीय इतिहास के सबसे पहले खिलाड़ी बने जिसे यह पुरस्कार मिला। आनंद ने
शतरंज ऑस्कर ६ बार जीता है (सन १९९७, १९९८, २००३, २००७, २००८)
 
उन्होने फीडे विश्व शतरंज चैंपियनशिप सन २००० से २००२ तक अपने नाम कर लिया था। वह सन २००७ में निर्विवाद विश्व विजेता बने और सन २००८ में उन्होंने अपना खिताब व्लाडामीर क्राम्निक से बचाया, तब उन्होने उसके बाद सफलता से अपने विश्व विजेता प्रतियोगिता का खिताब हासिल किया जो कि वेसेलीन तपोलाव के खिलाफ था और उन्होने विश्व शतर्र्ंज प्रतियोगिता फिरसे २०१२ मे जीता जो बोरिस गेल्फ के खिलाफ था। विश्व शतर्र्ंज प्रतियोगिता २०१३ में वेह मागनुस कार्सलेन के खिलाफ पराजय हुए।