"असुर (आदिवासी)": अवतरणों में अंतर

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असुर जनजाति के तीन उपवर्ग हैं- बीर असुर, विरजिया असुर एवं अगरिया असुर. बीर उपजाति के विभिन्न नाम हैं, जैसे सोल्का, युथरा, कोल, जाट इत्यादि. विरजिया एक अलग आदिम [[जनजाति]] के रूप में अधिसूचित है।
 
==''' इतिहास''' ==
 
असुर हजारों सालों से [[झारखण्ड]] में रहते आए हैं। मुण्डा [[जनजाति]] समुदाय के लोकगाथा ‘सोसोबोंगा’ में असुरों का उल्लेख मिलता है जब मुण्डा 600 ई.पू. झारखण्ड आए थे। असुर [[जनजाति]] प्रोटो-आस्ट्रेलाइड समूह के अंतर्गत आती है।<ref>{{cite web|url=http://akhra.org.in/adivasi_history.php|title=झारखण्ड का आदिवासी इतिहास|author=डॉ॰ रोज केरकेट्टा|publisher=अखड़ा वेबसाईट|accessdate= 2013-08-30}}</ref>
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इन दिनों असुर समुदाय से आने वाली एक युवा सुषमा असुर, जो [[नेतरहाट]] में रहती हैं, अपने समुदाय की कला-संस्कृति और अस्तित्व को बचाने के लिए प्रयासरत है।<ref>{{cite news|url=http://test.prabhatkhabar.com/node/274891|title=असुरों का ज्ञान सहेजने में जुटीं सुषमा|publisher=प्रभात खबर|date=16 मार्च 2013|accessdate= 2013-08-30}}</ref>
 
==''' सन्दर्भ''' ==
{{टिप्पणीसूची}}
 
==''' बाहरी कड़ियाँ''' ==
*[http://archive.org/download/agaria032832mbp/agaria032832mbp.pdf वैरियर एल्विन की ‘अगरिया’]
*[http://www.youtube.com/watch?v=Xb9lU0_J-wU असुर झारखंडी अखड़ा यूट्यूब चैनल]