"उपयुक्त तकनीकी": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:RachelAndMachine.jpg|right|thumb|300px|'''उपयुक्त तकनीकी''' का एक उदाहरण : मूंगफली तोड़ने की हस्तचालित मशीन जो एक घण्टे में ५० किलो मूंगफली तोड़ देती है।]]
'''उपयुक्त तकनीकी''', '''समुचित तकनीक''', '''माध्यमिक तकनीकी''' या '''सम्यक तकनीक''' (Appropriate technology) उस [[प्रौद्योगिकी|तकनीकी]] को कहते हैं जो उस परिवेश के पर्यावरण, संस्कृति और आर्थिक स्थिति के अनुकूल हो, जहाँ वह प्रयोग की जानी है। इस अर्थ में समुचित तकनीक के लिये कम संसाधनों की जरूरत पडती है; इसको अपनाने का खर्च कम आता है तथा इसका पर्यावरण पर दुष्प्रभाव कम होता है।
 
ब्रिटिश अर्थशास्त्री ''[[फ्रिट्ज सुमेकर]]''' उपयुक्त तकनीकी की अवधारणा के प्रणेता हैं। उनकी पुस्तक '''स्माल इज ब्यूटिफुल - इकनामिक्स ऐज इफ पीपल मैटर्ड''' में तकनीक और उसके दूरगामी प्रभावों पर गम्भीर विचार किया गया है।
 
== उपयुक्त तकनीक के लक्षण ==
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* इसके निर्माण और परिचालन में मानव व प्रकृति को जितना नुकसान हो उससे अधिक लाभ होना चाहिये
[[चित्र:Sustainable Portable Classroom - The Learning Kit.jpg|center|thumb|550px|एक टिकाऊ पोर्टेबल विद्यालय की डिजाइन]]
 
==बाहरी कड़ियाँ==
* [http://www.cd3wd.com/cd3wd_40/cd3wd/index.htm '''ec3wd''' : Global Economy and the 3rd World] - ९०० से अधिक व्यावहारिक कार्य