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विकि पर हिन्दी में कार्य करने वालो ! आप लोग बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। पर अच्छे की कोई सीमा नहीं होती।<br />
<br />'''इस पथ का उद्देश्य नहीं है श्रान्त भवन में टिक जाना'''<br />
'''किन्तु पहुँचना उस सीमा तक, जिसके आगे राह नहीं।।''' -(जयशंकर प्रसाद)<br />
अच्छे को और अच्छा बनाने के लिए तटस्थ आलोचना का भी बहुत महत्व है। मेरी टीका टिप्पणी को आप लोग सकारात्मक रूप में लें। कहा भी गया है--