"नुरहाची": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:清 佚名 《清太祖天命皇帝朝服像》.jpg|thumb|240px|नुरहाची]]
'''नुरहाची''' (<small>[[मान्छु भाषा|मान्छु]]: {{lang|mnc|{{MongolUnicode|lang=mnc|1=ᠨᡠᡵᡤᠠᠴᡳ}}}} [[चित्र:Nurhaci1.png|18px30px]], [[चीनी भाषा|चीनी]]: 努尔哈赤, [[अंग्रेज़ी]]: Nurhaci</small>; जन्म: सन् १५५९; देहांत: ३० सितम्बर १६२६) एक प्रसिद्ध [[जुरचेन लोग|जुरचेन]] [[ख़ान (उपाधि)|ख़ान]] (सरदार) था जिसने १६वीं शताब्दी के अंत में [[मंचूरिया]] के जुरचेन क़बीलो को एकत्रित किया और शक्तिशाली बनाया। अपने जीवनकाल में उसने आधुनिक [[चीन]] के उत्तर-पूर्वी [[लियाओनिंग]] प्रान्त के क्षेत्र पर क़ब्ज़ा कर लिया जहाँ से उसके वंशजों ने आगे चलकर पूरे चीन पर फैलकर [[चिंग राजवंश]] के नाम से अपना राज चलाया। नुरहाची [[अइसिन गियोरो]] परिवार का सदस्य था और उसने सन् १६१६ से १६२६ में अपनी मृत्यु तक शासन किया। [[मान्छु भाषा]] के लिए [[मान्छु लिपि]] को बनवाने का श्रेय भी नुरहाची को ही दिया जाता है।<ref name="ref29hadov">[http://books.google.com/books?id=hi2THl2FUZ4C The Cambridge History of China, Volume 9], Willard J. Peterson, Cambridge University Press, 2002, ISBN 978-0-521-24334-6, ''... In 1599 he had two of his advisors create what became the Manchu script by adapting the Mongolian alphabet ...''</ref>
 
== इन्हें भी देखें ==