"अनावृतबीजी": अवतरणों में अंतर

Deepak page
टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
छो 2405:205:1084:DFFE:0:0:B3D:68B1 (Talk) के संपादनों को हटाकर NehalDaveND के आखिर...
पंक्ति 1:
[[चित्र:Encephalartos sclavoi reproductive cone.jpg|thumb|220px|एक [[कोणधारी]] का शंकु - कोणधारी अनावृतबीजी वृक्षों की सबसे विस्तृत श्रेणी है]]
'''[[अनावृतबीजी]]''' या '''विवृतबीज''' (<small>gymnosperm, जिम्नोस्पर्म</small>, अर्थ: नग्न बीज) ऐसे पौधों और वृक्षों को कहा जाता है जिनके बीज फूलों में पनपने और फलों में बंद होने की बजाए छोटी टहनियों या [[कोणधारी कोण|शंकुओं]] में खुली ('नग्न') अवस्था में होते हैं। यह दशा '[[आवृतबीजी]]' (<small>angiosperm, ऐंजियोस्पर्म</small>) वनस्पतियों से विपरीत होती है जिनपर फूल आते हैं (जिस कारणवश उन्हें 'फूलदार' या 'सपुष्पक' भी कहा जाता है) और जिनके बीज अक्सर फलों के अन्दर सुरक्षित होकर पनपते हैं। अनावृतबीजी वृक्षों का सबसे बड़ा उदाहरण [[कोणधारी]] हैं, जिनकी श्रेणी में [[चीड़]] (पाइन), [[तालिसपत्र]] (यू), [[प्रसरल]] (स्प्रूस), [[सनोबर]] (फ़र) और [[देवदार]] (सीडर) शामिल हैं।<ref name="ref60hipel">[http://books.google.com/books?id=WK86jibGx0MC Life: The Science of Biology], David Sadava, David M. Hillis, H. Craig Heller, May Berenbaum, Macmillan, 2009, ISBN 978-1-4292-4644-6, ''... Gymnosperms (which means “naked-seeded”) are so named because their ovules and seeds are not protected by ovary or fruit tissue ...''</ref>
 
== परिचय ==