"इत्र": अवतरणों में अंतर
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इत्र आसवन बिधि द्वारा निकाला जाता ।ये भारत की एक प्राचीन विधि है। इसका विवरण सर्वप्रथम आयुर्वेद के ग्रंथों में मिलता है । ये विधि आज भी कन्नौज में प्रयोग की जाती है। इत्र खाने योग्य सुगंधित तेलों को कहा जाता है। वर्तमान में इत्र प्रत्येक खुशबूदार तेल को कहा जाता है जबकि ऐसा नही है। साधरतया इत्र बनाने के लिए ताँबे के एक बड़े पात्र में उस पदार्थ को डाला जाता है जिसकी सुगन्ध निकालनी है।
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