"विराम (चिन्ह)": अवतरणों में अंतर
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विराम शब्द वि + रम् + घञ् से बना है और इसका मूल अर्थ है "ठहराव", "आराम" आदि के लिए । जिन सर्वसंमत चिह्रों द्वारा, अर्थ की स्पष्टता के लिए वाक्य को भिन्न भिन्न भागों में बाँटते हैं, व्याकरण या रचनाशास्त्र में उन्हें "विराम" कहते हैं। "विराम" का ठीक अंग्रेजी समानार्थी "स्टॉप" (Stop) हैं, किंतु प्रयोग में इस अर्थ में "पंक्चुएशन" (Punctuation) शब्द मिलता है। "पंक्चुएशन" का संबंध लैटिन शब्द (Punctum) शब्द से है, जिसका अर्थ "बिंदु" (Point) है। इस प्रकार "पंक्चुएशन" का यथार्थ अर्थ बिंदु रखना" या "वाक्य में बिंदु रखना" है।
== विराम चिह्नों की भारतीय परम्परा ==
प्राय: लोग समझते हैं कि "विराम" शब्द का इस अर्थ में प्रयोग आधुनिक है और यह शब्द पंक्चुएशन" का अनुवाद है। किंतु तत्वत: ऐसी बात नहीं है। [[पाणिनि]] से भी बहुत पूर्व [[प्रतिशाख्य|प्रातिशाख्यों]] एवं [[शिक्षा]]ग्रंथों में विराम शब्द का प्रयोग इससे मिलते जुलते अर्थों में मिलता है। [[तैत्तरीय प्रातिशाख्य]] में चार प्रकार का विराम माना गया है :
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