"डोकलाम विवाद 2017": अवतरणों में अंतर

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==घटनाक्रम==
* '''02-अगस्त''' - चीनी विदेश मंत्रालय ने 22 मार्च 1959 को [[जवाहरलाल नेहरू]] द्वारा [[चाउ एन लाइ]] को 1890 एंग्लो-चीनी सम्मेलन में हुये समझौते का समर्थन लिखे पत्र का हवाला देते हुये कहा है, कि डोकलाम पर न तो भूटान का न ही भारत का दावा बनता है।<ref>http://timesofindia.indiatimes.com/india/chinas-statement-on-doklam-distorts-understanding-of-facts/articleshow/59886184.cms टाइम्स ऑफ इंडिया</ref>
 
* '''09-अगस्त''' - तिब्बती आध्‍यात्मिक गुरू [[दलाई लामा]] ने कहा कि भारत और चीन को आस पास ही रहना है, और दोनों देशों के बीच डोकलाम पर गतिरोध "ज्यादा गंभीर" मुद्दा नहीं है। दलाई लामा ने कहा कि कई बार दोनों देश "कड़े शब्दों" का इस्तेमाल करते हैं लेकिन आगे बढ़ने के लिए "हिन्दी चीनी भाई भाई" की भावना एकमात्र रास्ता है।<ref>https://khabar.ndtv.com/news/india/dalai-lama-on-doklam-issue-1735474 एनडीटीवी इन्डिया</ref>
'''10-अगस्त''' - भूटान द्वारा डोकलाम को चीन का हिस्सा मानने वाले पेइचिंग के बयान का पुरजोर खंडन किया है। [[चीनी विदेश मंत्रालय]] द्वारा दावा किया गया था कि [[सिक्किम]] सेक्टर में पड़ने वाले डोकलाम को भूटान ने चीन का हिस्सा मानने को तैयार हो गया है।<ref>{{cite web|url=http://navbharattimes.indiatimes.com/india/bhutan-rejects-beijings-claim-that-doklam-belongs-to-china/articleshow/60003788.cms|publisher=टाइम्सऑफइंडिया.कॉम|title=डोकलाम को चीनी हिस्सा मानने के पेइचिंग के दावे का भूटान ने किया पुरजोर खंडन}}</ref>
 
* '''10-१० अगस्त''' - भूटान द्वारा डोकलाम को चीन का हिस्सा मानने वाले पेइचिंग के बयान का पुरजोर खंडन किया है। [[चीनी विदेश मंत्रालय]] द्वारा दावा किया गया था कि [[सिक्किम]] सेक्टर में पड़ने वाले डोकलाम को भूटान ने चीन का हिस्सा मानने को तैयार हो गया है।<ref>{{cite web|url=http://navbharattimes.indiatimes.com/india/bhutan-rejects-beijings-claim-that-doklam-belongs-to-china/articleshow/60003788.cms|publisher=टाइम्सऑफइंडिया.कॉम|title=डोकलाम को चीनी हिस्सा मानने के पेइचिंग के दावे का भूटान ने किया पुरजोर खंडन}}</ref>
'''09-अगस्त''' - तिब्बती आध्‍यात्मिक गुरू [[दलाई लामा]] ने कहा कि भारत और चीन को आस पास ही रहना है, और दोनों देशों के बीच डोकलाम पर गतिरोध "ज्यादा गंभीर" मुद्दा नहीं है। दलाई लामा ने कहा कि कई बार दोनों देश "कड़े शब्दों" का इस्तेमाल करते हैं लेकिन आगे बढ़ने के लिए "हिन्दी चीनी भाई भाई" की भावना एकमात्र रास्ता है।<ref>https://khabar.ndtv.com/news/india/dalai-lama-on-doklam-issue-1735474 एनडीटीवी इन्डिया</ref>
 
'''02-अगस्त''' - चीनी विदेश मंत्रालय ने 22 मार्च 1959 को [[जवाहरलाल नेहरू]] द्वारा [[चाउ एन लाइ]] को 1890 एंग्लो-चीनी सम्मेलन में हुये समझौते का समर्थन लिखे पत्र का हवाला देते हुये कहा है, कि डोकलाम पर न तो भूटान का न ही भारत का दावा बनता है।<ref>http://timesofindia.indiatimes.com/india/chinas-statement-on-doklam-distorts-understanding-of-facts/articleshow/59886184.cms टाइम्स ऑफ इंडिया</ref>
==इन्हें भी देखें==
* [[भारत-चीन युद्ध]]