"मैलकम मार्शल": अवतरणों में अंतर
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1978-79 में भारत के खिलाफ अपनी पहली टेस्ट सीरिज में उन्होंने 3 मैच में मात्र 3 विकेट लिये। उसके बाद उन्हें 1980 में ही दोबारा खेलने का मौका मिला। 1982 तक उनके आंकड़े साधारण ही थे: 12 टेस्ट में 31.88 की औसत से 34 विकेट। उसके बाद [[भारतीय क्रिकेट टीम का वेस्टइंडीज दौरा 1982-83|1983 के भारतीय टीम के वेस्टइंडीज दौरे]] पर उन्होंने 21 विकेट लिये। फिर उसी साल [[वेस्ट इंडीज क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1983-84|भारत दौरे]] पर उन्होंने 5 टेस्ट में 33 विकेट लिये। वेस्टइंडीज ने टेस्ट श्रृंखला 3-0 से और वनडे 5-0 से जीती थी। 1983 से 1991 की अवधि में उन्होंने सबसे ज्यादा विकेट लिये (69 मैच में 342 विकेट)। इसी अवधि में वेस्टइंडीज गेंदबाजों द्वारा लिये गए विकटों में से उन्होंने 31.3 फीसदी विकेट लिये। टेस्ट जीतों में उनकी औसत सिर्फ [[मुथैया मुरलीधरन]] से कम है।<ref>{{cite web|first1=एस|last1=राजेश|title=First among equals|trans_title=समान में सबसे बढ़िया|url=http://www.espncricinfo.com/magazine/content/story/467807.html|accessdate=19 अगस्त 2017|language=अंग्रेजी|date=18 जुलाई 2010|publisher=ईएसपीएन क्रिकइन्फो}}</ref>
1977/78 से 1995/96 तक उन्होंने 408 [[प्रथम श्रेणी क्रिकेट|प्रथम श्रेणी]] मैच खेलें जिसमें उन्होंने 19.10 की औसत से 1651 विकेट लिये। 1978 से 1991 तक चले अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर के
==सन्दर्भ==
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