"श्राद्ध": अवतरणों में अंतर
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कहने का तात्पर्य यह है कि पितरों के कल्याणार्थ श्राद्ध के दिनों में श्राद्ध अवश्य करना चाहिए। पितरों को जो श्रद्धामय प्रसाद मिलता है उससे वे तृप्त होते हैं।
श्राध्द कर्म में सबसे आसान व लाभदायी गीता के सप्तम
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