सम्पादन सारांश नहीं है
Bharat a2z (वार्ता | योगदान) No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन यथादृश्य संपादिका |
|||
1/2 निमिष =.08889 सेकंड
in 1
अब योजन ज्ञान करना है , श्रीमद्भागवतम 3.30.24, 5.1.33, 5.20.43 आदि के अनुसार 1 योजन = 8 मील लगभग 2202 योजन = 8 * 2202 = 17616 मील
.08889 सेकंड में प्रकाश की गति = 17616 मील
1 सेक में = 17616 /
वेदों के अनुसार प्रकाश की गति 198177 मील/सेकंड
<ref>[http://www.infinityfoundation.com/mandala/t_es/t_es_kak-s_light_frameset.htm Light or Coincidence?] by Subhash Kak, PhD</ref>
== परिचय ==
[[वाचस्पति मिश्र]] द्वारा रचित [[तात्पर्यटीका]] में प्रकाश के वेग, और उसके द्वैत स्वभाव का उल्लेख है।
[[सायण|साय]]
:
::
▲:: '' अर्थात् आधे [[निमेष]] में 2202 [[योजन]] का मार्गक्रमण करने वाले प्रकाश तुम्हें नमस्कार है। '' इसमें निमेष और योजन को सेकेण्ड तथा किमी में बदलने पर प्रकाश का वेग 299,938.5 km / s आता है जो वर्तमान में मापे गये प्रकाश के वेग (299792458 मी/सेकेण्ड) के बहुत समीप है।<ref>[http://www.infinityfoundation.com/mandala/t_es/t_es_kak-s_light_frameset.htm Light or Coincidence?] by Subhash Kak, PhD</ref>
== सन्दर्भ ==
|