"श्राद्ध पक्ष": अवतरणों में अंतर

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== [http://%5Bhttp://vipin110012.tripod.com/pur_index28/shraadh1.htm गया श्राद्ध] ==
 
श्राद्ध हेतु गया में श्राद्ध का विशेष महत्त्व है। आश्विन् कृष्ण पक्ष की 15 तिथियों में से प्रत्येक तिथि में स्थान विशेष पर विशिष्ट प्रकार से श्राद्ध किया जाता है। श्राद्ध का उद्देश्य यह होता है कि मृत व्यक्ति का मृत्यु से पूर्व जो व्यक्तित्व था, उसको छाया रूप में ही सही, पुनरुज्जीवित कर लिया जाए। इतना ही नहीं, मृत व्यक्ति ने अपने जीवनकाल में अपनी जीवनी शक्ति का जो क्षय किया था, उसका भी पूरण श्राद्ध करने वाला अथवा कराने वाला व्यक्ति अपनी श्रद्धा से करे। पितरों को पिण्डदान से तात्पर्य यही है कि उनकी चेतना पिण्ड रूप में एकत्रित हो जाए। उत्तर भारत में श्राद्ध हेतु जो महत्त्व गया तीर्थ का है, दक्षिण भारत में वही महत्त्व गोकर्ण तीर्थ का है।
 
== बाह्य सूत्र ==