"दत्तात्रेय": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Ravi Varma-Dattatreya.jpg|250px|thumb|right|भगवान दत्तात्रेय]]
'''दत्तात्रेय''' [[त्रिमूर्ति|ब्रह्मा-विष्णु-महेश]] के अवतार माने जाते हैं।
 
भगवान शंकर का साक्षात रूप महाराज '''दत्तात्रेय''' में मिलता है और तीनो ईश्वरीय शक्तियों से समाहित महाराज दत्तात्रेय की आराधना बहुत ही सफ़ल और जल्दी से फ़ल देने वाली है, महाराज दत्तात्रेय आजन्म ब्रह्मचारी, अवधूत और दिगम्बर रहे थे, वे सर्वव्यापी है और किसी प्रकार के संकट में बहुत जल्दी से भक्त की सुध लेने वाले है, अगर मानसिक, या कर्म से या वाणी से महाराज दत्तात्रेय की उपासना की जाये तो भक्त किसी भी कठिनाई से बहुत जल्दी दूर हो जाते है।