"पारिभाषिक शब्दावली": अवतरणों में अंतर

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अब तक के प्रमुख भाषाविद् उपयुक्त सभी दृष्टियों से हिन्दी की अभूतपूर्व क्षमता तथा सामर्थ्य में विश्वास करते हैं।
 
* ''"हिन्दी इसी मिट्टी की बोली है और अरबी या फ़ारसी से अधिक जनमानस के निकट है।"'' - '''फ़ैलन'''
 
* ''"भारतीय भाषा में कोई भी मानवीय भावना व्यक्त करने की पूर्ण सामर्थ्य है और वह उच्चतम वैज्ञानिक शिक्षा के लिए उपयुक्त है।"'' - '''क्रस्ट'''
 
* ''"हिन्दी के पास ऐसा शब्द कोश और अभिव्यक्ति की ऐसी सामर्थ्य है, जो अंग्रेजी से किसी प्रकार कम नहीं।"'' - '''१९०१ की जनगणना रिपोर्ट'''
 
* ''"यही (हिन्दी) एक भाषा है जिसमें दो विभिन्न प्रान्तों के लोग आपस में बातचीत कर सकते हैं। यह भारत में सर्वत्र समझी जाती है, क्योंकि इसका [[व्याकरण]] भारत की अधिकांश भाषाओं के समान है और इसका शब्दकोश सबकी सम्मिलित सम्पत्ति है।"'' - '''ग्रियर्सन'''
 
[[भारतीय संविधान]] में (३५१) हिन्दी के 'शब्द भंडार के लिए मुख्यत: [[संस्कृत]] से तथा गौणत: अन्य भाषाओं से शब्दग्रहण कर समृद्ध' करने की व्यवस्था है।