"लोकविभाग": अवतरणों में अंतर

No edit summary
पंक्ति 5:
 
==शून्य तथा दशमलव पद्धति==
इस ग्रन्थ में '''13107200000''' को निम्नलिखित प्रकार से अभिव्यक्त किया गया है-
: ''पञ्चभ्यः खलु शून्येभ्यः परं द्वे सप्त च अम्बरं एकं त्रीणि च रूपं च"
: इसका अर्थ है, पाँच शून्य, उसके बाद दो और सात, आकाश, एक और तीन और रूप , (बाएँ से दाएँ)
: यहाँ, अम्बर = शून्य, रूप = एक
 
==बाहरी कड़ियाँ==