"लांस नायक आश कुमार गुरुंग": अवतरणों में अंतर

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२५ मई २०१५ को सुबह ९:५० पर जब लांस नायक आश कुमार गुरुंग एक इन्टर -बतलियन पैट्रोल पार्टी के हिस्से के रूप में कुपवाड़ा के तंगधार सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास गश्त पर थे तो उनका सामना घसपैठ कर रही उग्रवादियों की टोली से हुआ। लांस नायक आश कुमार गुरुंग ने समय बर्बाद किये बिना आक्रामक तरीके से १५ मीटर आगे भाग कर अपनी ए के -४७ राइफल से फायर कर , एक आतंकवादी को घायल किया और दूसरे को रोका , जो पीछे भागने की कोशिश कर रहा था। बुरी तरह घायल होहे क बावजूद अपनी फायरिंग से दूसरे आतंकवादी को भी घायल किया और लड़ते लड़ते आईं साँस ली। बहादुरी के इस कारनामे में एक उग्रवादी मौके पर मारा गया और दूसरे ने नियंतरण रेखा के उस पार दम तोडा।
 
बहादुरी और साहस की मिसाल के इन कारनामे को अंजाम देने के लिए अपना सर्वोच्चा बलिदान करने वाले लांस नायक आश कुमार गुरुंग को मरनोमारनोपरांत "सेना मैडल (वीरता) से सम्मानित किया गया।