"बधिरता": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो 47.8.7.181 (Talk) के संपादनों को हटाकर राजू जांगिड़ के आखिरी अवतरण... |
|||
पंक्ति 31:
* कान का मैल या फंगस।
* कान का बहना, जिसकी वजह से कान का पर्दा फट जाता है और उसमें छेद हो जाता है।
* '''
* कान पर जोर से झापड़ मारना, चोट लगना, या तेज ध्वनि के धमाके द्वारा कान का पर्दा फट सकता है। इस स्थिति में कान से खून आ सकता है। कान सुन्न हो जाता है अथवा उसमें सांय-सांय की आवाज आने लगती है। सिर भारी हो जाता है व चक्कर भी आ सकता है।
पंक्ति 58:
{{Diseases of the ear and mastoid process}}
[[श्रेणी:रोग
[[sl:Slušna prizadetost#Okvara sluha]]
|