"जनक": अवतरणों में अंतर

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* [[महोपनिषद]] में राजा जनक तत्त्व-दर्शन का उपदेश [[शुकदेव]] जी को देते हैं।
* शतपथब्राह्मण और उसके भाग बृहदारण्यक उपनिषद में जनक की सभा के विद्वानो का उल्लेख हैं जैसे कि , अश्वल , जरत्कारू के पुत्र आर्तभाग , लाह्य के पुत्र भुज्यु , चक्र-पुत्र उषस्त , कहोल कौषीतकैय , वचक्रुसुता [[वाचकन्वी गार्गी|गार्गी]] , [[आरुणि]]<nowiki/>-पुत्र [[उद्दालक]] और शाकल्य विदग्ध का उल्लेख हैं ।
 
==पौराणिक साहित्य में==
* राजा जनक का उल्लेख पद्मपुराण में मिलता हैं।
* अग्निपुराण मे जनक और शुकदेव के संवाद का उल्लेख है।
* नारदपुराण मे भी जनक और शुकदेव के संवाद का उल्लेख है।
* ब्रह्मपुराण मे जनक और याज्ञवल्क्य तथा करालजनक और वसिष्ठ का संवाद मिलता हैं।
* कृष्ण-चरित्र पर आधारित गर्गसंहिता नारदमुनि और बहुलाश्व जनक के संवाद पर रची गई हैं।
* काश्यप संहिता में भी जनक का उल्लेख मिलता है।
 
==संस्कृत नाटक==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/जनक" से प्राप्त