"स्वनिम": अवतरणों में अंतर

छो बॉट: वर्तनी एकरूपता।
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== मुक्त वितरण ==
जब ध्वनि में अन्तर होने पर भी अर्थ-परिवर्तन न हो, तो उसे मुक्त वितरण (Free Distribution) कहते हैं। हिन्दी में स्वनिम के ऐसे प्रयोग मिल जाते हैं; यथा- दीवार > दीवानदीवाlल, ग़म > गम। यहाँ प्रथम शब्द में / र / - / ल और द्वितीय में / ग / - / ग / ध्वनियों के अतिरिक्त पूरा परिवेश समान है। इसके लिए '''~''' चिन्ह का प्रयोग करते हैं; यथा- दीवार > दीवाल / र / ~ / ल।
 
किसी शब्द के आदि, मध्य और अन्त में प्रयुक्त होने पर यदि अर्थ-परिवर्तन हो, तो स्वनिम रूप निश्चित हो जाता है; यथा - 'आप' शब्द के आदि और अन्त में 'ज' प्रयोग से अर्थ-परिवर्तित रूप इस प्रकार मिलते हैं -