"बहु-प्रतिभा सिद्धांत": अवतरणों में अंतर

→‎परिचय: हॉवर्ड गार्डनर की वेबसाइट Howard Gardner.com and multiple intelligence oasis.com के अनुसार उन्होंने कुल 8 प्रकार की बुद्ध...
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गार्डनर के बहु-प्रतिभा सिद्धांत के अनुसार परम्परागत रूप से परिभाषित [[बुद्धि]] की परिभाषा बहुत संकीर्ण है और यह मानव में विद्यमान विविध प्रकार की क्षमताओं का समुचित प्रतिनिधित्व नहीं करती। इसके अनुसार, वह बच्चा जो आसानी से [[पहाड़ा]] याद कर लेता है जरूरी नहीं कि दूसरे बच्चे से अधिक प्रतिभाशाली हो जिसे पहाड़ा याद करने में कठिनाई होती है। हो सकता है कि दूसरा बच्चा किसी दूसरे तरह की बुद्धि में अधिक बुद्धिमान हो। ऐसा भी सम्भव है कि वह बच्चा गुणा की प्रक्रिया बिल्कुल ही अलग ढ़ंग से देखता हो जिसके कारण उसकी प्रगाढ़ गणितीय बुद्धि का किसी को अन्दाज न मिल पा रहा हो।
 
गार्डनर का मत है कि प्रत्येक व्यक्ति में आठसात प्रकार की प्रतिभाएं होती हैं। किसी व्यक्ति में दो या अधिक प्रधान प्रतिभाएं हो सकती हैं और कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनमें आठसात प्रतिभाएँ संतुलित रूप से होती हैं। हॉवर्ड गार्डनर ने शुरुआत में सात प्रतिभाएं सूत्र रूप में रखीं। उनकी सूची अस्थायी थी। पहली दो को स्कूलों में विशेषतौर पर महत्व दिया गया है, अगली तीन सामान्यतः कला से जोड़ी जाती हैं, एवं अंतिम दो वे हैं जिन्हें होवर्ड गार्डनर ने 'व्यक्तिगत प्रतिभा' कहा।
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