"अल्लाह": अवतरणों में अंतर

छो 106.201.29.53 (Talk) के संपादनों को हटाकर राजू जांगिड़ के आखिरी अव...
ऑटोमेटिक वर्तनी सु, replaced: है. → है। , हो . → हो। , । → । , मे → में (3)
पंक्ति 1:
[[चित्र:IslamSymbolAllahComp.PNG|thumb|right|'''अल्लाह''' के नाम अरबी में।]]
{{इस्लाम}}
अल्लाह शब्द अरबी भाषा में ईसाईयों यहूदियों और मुस्लिमों द्वारा ईश्वर के लिए प्रयुक्त किया जाने वाला शब्द है !अल्लाह शब्द का अर्थ है.है। .. अल (The) + इलाह (God) .... जिस प्रकार किसी की एकमात्रता, या विशेषता दिखाने के लिये अंग्रेजी में "The" Noun का प्रयोग होता है, उसी प्रकार अरबी में "अल" का प्रयोग होता है, इस प्रकार "अल्लाह" का अर्थ होता है "एकमात्र उपास्य ईश्वर" यानी अल्लाह का अर्थ सिर्फ ईश्वर है, कोई विशेष नाम रूप रंग नहीं ॥ बल्कि जो भी व्यक्ति एक और निराकार ईश्वर मेमें आस्था रखता होहो। ... अरबी मेमें कहा जाएगा उसकी अल्लाह पर आस्था है ।है।
 
== इस्लाम में अल्लाह की विचार ==
पंक्ति 11:
शब्द अल्लाह अरबी शब्द है। अरबी के इलावा अरहमिक, इब्रानी और अन्य सेमेटिक भाषाओं में भी यह शब्द ''अल्लाह'' देखा जा सकता है। क़ुरान के अवतरण के पहले से ही यह शब्द प्रयोग में रहा है। [[हज़रत मुहम्मद]] के पिता का नाम अब्दुल्लाह था यानी "अल्लाह का बन्दा"। हज़रत मुहम्मद पैदा होने से पह्ले ही अब्दुल्ला का देहांत हो गया था। इस का मतलब यह है कि अल्लाह शब्द मुहम्मद या क़ुरान के आने बाद का नहीं है बल्कि पहले का ही है।
 
अल्लाह शब्द "अल + इलाह" शब्दों से बना है। इलाह शब्द का अर्थ सेमेटिक भाषाओं मेमें ओर इब्रानी भाषा और पवित्र ग्रन्थों में भी देखा जा सकता है, जिस का अर्थ स्थूल रूप से "ईश्वर" है
 
==क़ुरान में अल्लाह का शब्द और विचार==
कुरान की शुरूआत होती है "बिस्मिल्लाह हिर्रह्मा निर्रहीम"। मतलब यह कि "शुरू करता हूं '''अल्लाह''' के नाम से, जो दयालु और कृपाशील है"। इस पंक्ती में अल्लाह का अर्थ ईश्वर का है, जिसका नाम लेकर कोई भी कार्य शुरू किया जाता है।
 
क़ुरान का पहला अध्याय [[सूरा फ़ातिहा]] यह प्रकट कर्ता है "अल-हम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन, अर-रह्मा निर्रहीम"। अर्थात सारी प्रशंशा उस अल्लाह (ईश्वर) के लिये हैहैं, जो सारे जगतों का रब (पालने वाला) है, और वह अमित दयावान और कृपाशील है।
 
क़ुरान का ११२ वां अध्याह [[सूरा इक़्लास]] यह प्रकट करता है
पंक्ति 22:
" क़ुल हु अल्लाहु अहद, अल्लाह उस-समद, लम-यलिद, वलम-यूलद वलम-यकुन-लहु कुफ़ुवन अहद"। अर्थात "कह दीजिये (अय मुहम्मद) अल्लाह (ईश्वर) एक है, वह निर-अवसर और निरापेक्ष है, वह न किसी की संतान है न उसकी कोई संतान है, उसकी समानता करने वाला कोई नहीं, वह महान है।"
 
इन हेतुवों के अर्थ में देखें तो अल्लाह एक है और सर्वांत्र्यामी, सर्व जगत निर्माता को कहा गया है।
 
 
== अल्लाह के निन्यानबे नाम ==