"कला": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो 2402:3A80:B72:76AA:0:57:5F1:3401 (Talk) के संपादनों को हटाकर [[User:राजू जांगिड़|राज... |
ऑटोमेटिक वर्तनी सु, replaced: मे → में |
||
पंक्ति 7:
[[मैथिली शरण गुप्त]] के शब्दों में,
: '' अभिव्यक्ति की कुशल शक्ति ही तो कला है'' -- (''साकेत'', पंचम सर्ग)
दूसरे शब्दों
== इतिहास ==
पंक्ति 18:
==वर्गीकरण==
[[Image:Angkor Wat 01.jpg|right|thumb|300px|अंकोरवाट मंदिर की वास्तुकला]]
कलाओं के वर्गीकरण में मतैक्य होना सम्भव नहीं है। वर्तमान समय में कला को [[मानविकी]] के अन्तर्गत रखा जाता है जिसमें [[इतिहास]], [[साहित्य]], [[दर्शन]] और [[भाषाविज्ञान]] आदि भी आते हैं।
पाश्चात्य जगत में कला के दो भेद किये गये हैं- उपयोगी कलाएँ (Practice Arts) तथा [[ललित कला]]एँ (Fine Arts)। परम्परागत रूप से निम्नलिखित सात को 'कला' कहा जाता है-
|