"समष्टि अर्थशास्त्र": अवतरणों में अंतर

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समष्टि आर्थिक विश्लेषण का महत्व सौद्धान्तिक एवं व्यावहारिक दृष्टि से सन् 1929 की विश्वव्यापी महा मंदी के बाद अत्यधिक बढ़ गया था। पिछले कुछ वर्षों में इसमें तीव्रगति से वृद्धि हुई है। समष्टि आर्थिक विश्लेषण का अध्ययन कई कारणों से महत्वपूर्ण है, जो निम्नलिखित दिये गये हैं :
 
* अर्थशास्त्र की कार्यप्रणाली को समझाने में सहायक
* आर्थिक नीति निर्धारण में सहायक
* अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक नीति निर्धारणतुलना में सहायक
* आर्थिक नियोजन में सहायक
 
* सामान्य अंतर्राष्ट्रीयबेरोजगारी तुलनाके विश्लेषण में सहायक
* मौद्रिक समस्याओं के विश्लेषण में सहायक
 
* व्यापार आर्थिकचक्रों नियोजनके विश्लेषण में सहायक
* [[व्यष्टि अर्थशास्त्र]] के विकास में सहायक
 
* सामान्य बेरोजगारी के विश्लेषण में सहायक
 
* मौद्रिक समस्याओं के विश्लेषण में सहायक
 
* व्यापार चक्रों के विश्लेषण में सहायक
 
* [[व्यष्टि अर्थशास्त्र]] के विकास में सहायक
 
== मैक्रोइकॉनॉमिक्स अर्थव्यवस्था के दो केंद्रीय समस्याओं के साथ संबंध है==
*(१) कैसे राष्ट्रीय आय और रोजगार के स्तर में समय की एक खास बिंदु पर निर्धारित कर रहे हैं और क्यों देशों को समय के किसी विशिष्ट अवधि के दौरान तेजी और अवसाद के चरणों से गुजरना पडतापड़ता है?
 
*(२) आर्थिक विकास से संबंधित कानून क्या हैं?