"फफूंद": अवतरणों में अंतर

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मृतोपजीवी (saprophyte) के रूप में कवक या तो कार्बनिक पदार्थों, उत्सर्जित पदार्थ (waste product) या मृत ऊतकों को विश्लेषित करके भोजन प्राप्त करते हैं। [[परजीवी]] (parasite) के रूप में कवक जीवित कोशों पर आश्रित रहते हैं। सहजीवी (symbiont) के रूप में ये अपना संबंध किसी अन्य जीव से स्थापित कर लेते हैं, जिसके फलस्वरूप इस मैत्री का लाभ दोनों को ही मिल जाता है। इन दिनों प्रकार की भोजनरीतियों के मध्य में कुछ कवक आते हैं जो परिस्थिति के अनुसार अपनी भोजनप्रणाली बदलते रहते हैं।
 
विभिन्न कवकों के लिए विभिन्न खाद्य सामग्री की आवश्यकता होती है। कुछ कवक सर्वभोजी होते हैं तथा किसी भी कार्बनिक पदार्थ से अपना भोजन प्राप्त कर सकते हैं, जैसे ऐस्परजिलस (Aspergillus) और पेनिसिलियम। अन्य कवक अपने भोजन में विशेष दुस्तोष्य होते हैं। कुछ सदा पराश्रयी के पोषण के लिए जीवित प्रोटोप्लाज़्म की ही नहीं वरन् किसी विशेष जाति के आधार की भी आवश्यकता होती हैं।हैं
 
'''मृतोपजीवी''' (saprophyte) कवक के कवकतंतु आधार के निकट संस्पर्श में आकर अपना भोजन अपने रेशों की दीवार से विसरण (diffusion) द्वारा प्राप्त करते हैं।
"https://hi.wikipedia.org/wiki/फफूंद" से प्राप्त