"बामयान": अवतरणों में अंतर

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'''बामयान''' [[अफ़्ग़ानिस्तान]] के मध्य भाग में स्थित एक प्रसिद्ध शहर है। जिस प्रान्त में यह है उसका नाम भी [[बामयान प्रान्त]] ही है।<ref>{{cite web|title=CIA - The World Factbook - Afghanistan|url=https://www.cia.gov/library/publications/the-world-factbook/geos/af.html|publisher=[[सी आइ ए]]|accessdate=27 दिसम्बर 2011|language=अंग्रेज़ी}}</ref>
 
बामियाँ घाटी में 2001 में [[तालिबान]] ने [[बामियान के बुद्ध|दो विशालकाय बौद्ध प्रतिमाओं]] को गैर-इस्लामी कहकर डायनामाइट से उड़ा दिया था। हाल ही में हमयन स्थित ऑयल-पेंटिंग्स को दुनिया की सबसे पुरानी तेल-चकला का नमूना करार दिया गया।
 
[[काबुल]] से उत्तर-पश्चिम में प्राचीन [[तक्षशिला]]-[[बैक्ट्रिया]] मार्ग पर '''बामियाँ''' के भग्नावशेष आज भी अपने गौरव के प्रतीक है। [[ह्वेन त्सांग]] ने फ़न-येन-न (बामियाँ) राज्य का उल्लेख किया है। उसके अनुसार इसका क्षेत्र पश्चिम से पूर्व 2000 ली (लगभग 334 मील) और उत्तर से दक्षिण 300 ली (50 मील.) था। इसकी राजधानी छह-सात ली अथवा एक मील के घेरे में थी। यहाँ के निवासियों की रहन सहन तुषार देशवासियों जैसी थी। उनकी रुचि मुख्यतया [[बौद्ध धर्म]] में थी। यहाँ पर कोई 10 विहार थे जिनमें 100 भिक्षु रहते थे जो लोकोत्तरवादी संप्रदाय से संबंधित थे। नगर के उत्तर-पूर्व में पहाड़ी की ढाल पर कोई 140-150 फी. ऊँची बुद्धप्रतिमा थी। वहाँ से दो मील की दूरी पर एक विहार में बुद्ध की महापरिनिर्वाण दशा में एक बड़ी मूर्ति थी। युवान्‌ च्वाङ्‌ के कथनानुसार दक्षिण पश्चिम में 34 मील की दूरी पर एक बौद्ध संघाराम था जहाँ बुद्ध का एक दाँत सुरक्षित रखा था।