"कुस्तुन्तुनिया का पतन": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Zonaro GatesofConst.jpg|right|thumb|250px|महमद द्वितीय का कुस्तुन्तुनियाक़ुस्तुंतुनिया में प्रवेश (Fausto Zonaro द्वारा चित्रित)]]
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२९ मई १४५३ को [[उस्मानी साम्राज्य]] की आक्रमणकारी सेनाओं द्वारा [[बाइजेण्टाइनबाज़न्तीनी साम्राज्य]] की राजधानी [[कुस्तुन्तुनियाक़ुस्तुंतुनिया]] पर अधिकार कर लेने की घटना '''कुस्तुन्तुनियाक़ुस्तुंतुनिया विजय''' ([[अंग्रेजी]]: Fall of Constantinople, [[ग्रीकयूनानी भाषा|यूनानी]] : Άλωση της Κωνσταντινούπολης, Alōsē tēs Kōnstantinoupolēs; [[तुर्की]]: İstanbul'un Fethi ) कहलाती है। यह एक अति महत्वपूर्ण घटना थी। उस्मानी सेना का सेनापति २१ वर्षीय [[सुल्तान मेहमद[[महमद द्वितीय]] था। यह विजय ७ सप्ताह की [[घेराबन्दी]] के बाद मिली थी।
[[चित्र:Zonaro GatesofConst.jpg|right|thumb|250px|महमद द्वितीय का कुस्तुन्तुनिया में प्रवेश (Fausto Zonaro द्वारा चित्रित)]]
२९ मई १४५३ को [[उस्मानी साम्राज्य]] की आक्रमणकारी सेनाओं द्वारा [[बाइजेण्टाइन साम्राज्य]] की राजधानी [[कुस्तुन्तुनिया]] पर अधिकार कर लेने की घटना '''कुस्तुन्तुनिया विजय''' ([[अंग्रेजी]]: Fall of Constantinople, [[ग्रीक]] : Άλωση της Κωνσταντινούπολης, Alōsē tēs Kōnstantinoupolēs; [[तुर्की]]: İstanbul'un Fethi ) कहलाती है। यह एक अति महत्वपूर्ण घटना थी। उस्मानी सेना का सेनापति २१ वर्षीय [[सुल्तान मेहमद द्वितीय]] था। यह विजय ७ सप्ताह की [[घेराबन्दी]] के बाद मिली थी।
 
इस घटना के फलस्वरूप [[रोमन साम्राज्य]] का अन्त हो गया जो लगभग १५०० वर्षों से चला आ रहा था। इस घटना से ईसाईवाद को भी धक्का पहुँचा और उस्मानी सेनाओं के यूरोप में प्रवेश का मार्ग प्रशस्त हो गया था। इस विजय के बाद उस्मानी साम्राज्य की राजधानी [[एदिर्ने|एदिर्न]] (Edirne) से हटाकर कुस्तुन्तुनियाक़ुस्तुंतुनिया ला दी गयी। विजय के पहले और बाद में अनेकों यूनानी एवं अन्य बुद्धिजीवी कुस्तुन्तुनियाक़ुस्तुंतुनिया छोड़कर भाग निकले। इनमें से अधिकांश [[इटली]] जा पहुँचे जिससे [[पुनर्जागरण|यूरोपीय पुनर्जागरण]] को बहुत बल मिला।
 
यह घटना मध्यकालीन इतिहास की एक अत्यन्त महत्वपूर्ण घटना थी। कुछ इतिहासकार इसे मध्यकाल की समाप्ति की घटना मानते हैं।
 
{{इतिहास-आधार}}
[[श्रेणी:यूरोप का इतिहास]]
[[श्रेणी:उस्मान साम्राज्य]]