"जनक": अवतरणों में अंतर
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* महाभारत के शांतिपर्व के अघ्याय ३२० में धर्मध्वज जनक और प्रधान राजवंशी '''सुभला योगिनी''' से शास्त्रार्थ दिया गया है।
* महाभारत के शांतिपर्व के अघ्याय ३२६ में राजा जनक शुकदेव को मुक्त पुरुष के लक्षण बताते हैं।
[[File:Adoration of Sukhadeva by King Janaka.jpg |thumb| जनक और शुकदेव का संवाद]]
==गीता में==
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