"उस्मान द्वितीय": अवतरणों में अंतर

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== शुरुआती ज़िन्दगी ==
उस्मान द्वितीय का जन्म को [[तोपकापी सराय]], [[क़ुस्तुंतुनिया]] में हुआ था। ये [[अहमद प्रथम|सुल्तान अहमद प्रथम]] (1603–17) और [[माह फ़िरोज़ ख़ातून]] के पुत्र थे। कुछ स्रोतों के मुताबिक़ माह फ़िरोज़ ख़ातून एक [[यूनानी]], एवदोक्सिया, या [[सर्बिया|सर्बियाई]] मूल से थी।<ref name=Shaw>{{cite book|title=History of the Ottoman Empire and Modern Turkey, volume I: Empire of the Gazis: The Rise and Decline of the Ottoman Empire, 1280-1808|first= Stanford Jay|last= Shaw|publisher= Cambridge University Press|page= 191}}</ref><ref name="İnalArşivi2005">{{cite book|author1=Günseli İnal|author2=Semiramis Arşivi|title=Semiramis: Sultan'ın gözünden şenlik|url=https://books.google.com/books?id=pIKRAAAAIAAJ|year=2005|publisher=YKY|isbn=978-975-08-0928-6|page=27|quote=[Osman II's mother the Serbian Evdoksiya known as Mahfiruz Sultan]}}</ref> बाद की परंपराओं के मुताबिक़, छोटी उम्र में उनकी माँ ने उनकी तालीम पर ज़ोर दिया और इसलिए उस्मान एक मशहूर शायर बने और वे [[अरबी भाषा|अरबी]], [[फ़ारसी भाषा|फ़ारसी]], [[यूनानी भाषा|यूनानी]], [[लातीनी]], [[इतालवी भाषा|इतालवी]] जैसी विभिन्न भाषाओं के जानकार थे; लेकिन ये दावों की सच्चाई संदिग्ध हैं।<ref>{{cite journal|last=Tezcan|first=Baki|title=The 1622 Military Rebellion in Istanbul : A Historiographical Journey|journal=International Journal of Turkish Studies|url=https://books.google.com/books?id=pIRpAAAAMAAJ|year=2002|publisher=University of Wisconsin|page=40|quote=Stanford Shaw, the author of an Ottoman history that has been widely used as a textbook and reference work, claims, on the basis of information from an eighteenth-century French novel,84 that the sultan was "[t]rained in Latin, Greek, and Italian by his Greek mother, as well as Ottoman Turkish, Arabic, and Persian."85}}</ref>
 
उनके पिता के गुज़रने के बाद उस्मान तख़्त पर अपने अधिकार जताने में इनकीउस्मान की असफलता सम्भवतः [[हरम]] में उनकी माँ का अभाव था क्योंकि आम तौर पर उस्मानी शहज़ादों की माँओं ने उनकी संतानों हेतु उत्तराधिकारी पद को सुनिश्चित किया; उस समय उस्मान की माँ की मृत्यु हुई या वे निर्वासित हो गई थी।
 
== शासन ==
उनके चाचा [[मुस्तफ़ा प्रथम]] (1617–18, 1622–23) के ख़िलाफ़ [[तख़्ता पलट]] के बाद मुस्तफ़ाउस्मान द्वितीय तख़्त पर विराजमान हो गए। उस समय उनकी उम्र 14 साल थी। उनकी जवान उम्र के बावजूद।बावजूद उन्होंने अपने आप कोआपको एक शासक के रूप में प्रदर्शित किया। [[सफ़वी वंश|सफ़वी फ़ारस]] के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने से उन्होंने साम्राज्य की पूरबी सरहद की हिफ़ाज़त सुनिश्चित की। [[मोल्दावियाई थैलीशाह युद्ध|मोल्दावियाई थैलीशाह युद्धों]] में उन्होंने स्वयं [[पोलैंड]] पर उस्मानियों के आक्रमण की अगुवाई की। लेकिन सितम्बर-अक्तूबर 1621 में [[चोतिन की लड़ाई]] हारने पर इन्हें पोलैंड के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर थे। उस्मन द्वितीय क़ुस्तुंतुनिया लौटे और इन्होंने [[जाँनिसारी|जाँनिसारियों]] की कायरता और अपने राज्यकारियों की अक्षमता को उस्मानियों की इस बेइज़्ज़ती के लिए दोषी ठहराया।
 
उस्मान द्वितीय की सबसे अहम कमज़ोरी यह थी कि [[शाही हरम]] में इनकी कोई ताक़तवर हामी नहीं थी। 1620 से उस्मान की मृत्यु तक एक दाया ख़ातून (''daye hatun'', दाई माँ) [[वालिदा सुल्तान]] के पद पर नियुक्त की गई थी, लेकिन ये दाया ख़ातून पुराने महल में मुस्तफ़ा प्रथम की माँ [[हलीमा सुल्तान]] के प्रभाव का मुक़ाबला नहीं कर सकी।<ref>{{Cite book|title=An Ottoman Tragedy: History and Historiography at Play|last=Piterberg|first=Gabriel|publisher=University of California Press|year=2003|isbn=0-520-23836-2|location=California|pages=18}}</ref> पिटर्ज़बर्ग के मुताबिक़ उस्मान की कोई ख़ासकी सुल्तान नहीं थी, जबकि पियर्स के मुताबिक़ [[आयशा सुल्तान]] उनकी ख़ासकी थी। लेकिन स्पष्ट है कि आयशा ने उनके पति के शासनकाल की अवधि में वालिदा सुल्तान की भूमिका नहीं निभाई।