"सौरव गांगुली": अवतरणों में अंतर

छो →‎top: clean up, replaced: करियर → कैरियर AWB के साथ
छो →‎top: सफाई, replaced: घरेलु → घरेलू AWB के साथ
पंक्ति 133:
सन २००० में टीम के अन्य सदस्यों के मैच फिक्सिंग के कांड के कारण और के खराब स्वास्थ्य तात्कालिक कप्तान [[सचिन तेंदुलकर]] ने कप्तानी त्याग दी, जिसके फलस्वरूप गांगुली को कप्तान बनाया गया। जल्द ही गांगुली को काउंटी क्रिकेट में durham की ओर से खराब प्रदर्शन और २००२ में नेटवेस्ट फायनल में शर्ट उतारने के कारण मीडिया में आलोचना का सामना करना पड़ा | सौरव ने २००३ विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और भारत विश्व कप फायनल में [[ऑस्ट्रेलिया]] से हरा. उसी वर्ष बाद में खराब प्रदर्शन के कारण सौरव गांगुली को टीम से निकला गया। सन २००४ में इन्हें [[पद्मश्री]] से सम्मानित किया गया जो की भारत के सर्वश्रेष्ठ पुरस्कारों में से है। २००६ में सौरव गांगुली की राष्ट्रीय टीम में वापसी हुई और उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसी समय वे भारत के कोच [[ग्रेग चैपल]] के साथ विवादों में आये। गांगुली पुनः टीम से निकाले गए लेकिन २००७ क्रिकेट विश्व कप में खेलने के लिए चयनित हुए |
 
२००८ में सौरव इंडियन प्रेमिएर लीग की टीम [[कोलकाता नाईट राइडर्स]] के कप्तान बनाये गए। इसी वर्ष [[ऑस्ट्रेलिया]] के खिलाफ एक घरेलुघरेलू सीरीस के बाद गांगुली ने क्रिकेट से त्याग की घोषणा की। इसके पश्चात गांगुली [[बंगाल]] की टीम से खेलते रहे और बंगाल के क्रिकेट संघ की क्रिकेट विकास समिति के अध्यक्ष बनाये गए। बांये हाथ के बल्लेबाज सौरव गांगुली एक सफल एक दिवसीय खिलाडी के रूप में जाने जाते हैं इन्होने ने एक दिविसयी मैचों में ११००० से ज्यादा रन बनाये। ये भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तानों में से एक हैं जिन्होंने अपनी कप्तानी में टीम को ४९ में से २१ मैचों में सफलता दिखाई | एक उग्र कप्तान के रूप में मशहूर गांगुली ने कई नए खिलाडियों को अपनी कप्तानी के समय खेलने का अवसर प्रदान किया।
 
बंगाल क्रिकेट संघ ने जुलाई २०१४ में सौरव गांगुली को खेल प्रशासक के रूप में नियुक्त किया।<ref>{{cite news|title=सौरव गांगुली ने क्रिकेट प्रशासक के रूप में शुरू की दूसरी पारी |url=http://www.patrika.com/news/sourav-ganguly-begins-new-innings-as-cricket-administrator/1020380|work=पत्रिका समाचार समूह |date=२७ जुलाई २०१४|accessdate=२७ जुलाई २०१४}}</ref>