"पिथौरागढ़": अवतरणों में अंतर

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'''पिथौरागढ़''' [[भारत]] के [[उत्तराखण्ड]] राज्य का एक प्रमुख शहर है। पिथौरागढ़ का पुराना नाम सोरघाटी है। सोर शब्द का अर्थ होता है-- सरोवर। यहाँपरयहाँ पर माना जाता है कि पहले इस घाटी में सात सरोवर थे। दिन-प्रतिदिन सरोवरों का पानी सूखता चला गया और यहाँपर पठारी भूमि का जन्म हुआ। पठारी भूमी होने के कारण इसका नाम पिथौरा गढ़ पड़ा। पर अधिकांश लोगों का मानना है कि यहाँ राय पिथौरा ([[पृथ्वीराज_चौहान]]) की राजधानी थी। उन्हीं के नाम से इस जगह का नाम पिथौरागढ़ पड़ा। राय पिथौरा ने नेपाल से कई बार टक्कर ली थी। यही राजा पृथ्वीशाह के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
 
पिथौरागढ़ अल्मोड़ा जनपद की एक तहसील थी। इसी एक तहसील से [[२४ फ़रवरी]], [[१९६०]] को पिथौरागढ़ जिले का जन्म हुआ। तथा इस सीमान्त जिला पिथौरागढ़ को सुचारु रूप से चलाने के लिए चार तहसीलों (पिथौरागढ़ डीडी घाट, धारचूला और मुन्शयारी) का निर्माण १ अप्रैल १९६० को हुआ।
 
इस जगह की महत्ता दिन-प्रतिदिन बढ़ती चली गयी। शासन ने प्रशासन को सुदृढ़ करने हेतु १३ मई १९७२ को अल्मोड़ जिले से चप्पावत तहसील को निकालकर पिथौरागढ़ में मिला दिया। चम्पावत तहसील कुमाऊँ की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करनेवाला क्षेत्र है। कत्यूरी एवं चन्द राजाओं का यह काली कुमाऊँ-तम्पावत वाला क्षेत्र विशेष महत्व रखता है। आठवीं शताबादी से अठारहवीं शताब्दी तक चम्पावत कुमाऊँ के राजाओं की राजधानी रहा है।
 
चम्पावत को वर्ष 1997 में एक जिले के रूप में पिथौरागढ़ से अलग कर दिया गया।
 
इस समय पिथौरागढ़ में डीडी हाट, धारचूला, मुनस्यारी, गंगोलीहाट, बेरीनाग और पिथौरागढ़ नामक छ: तहसीले हैं। इन छ: तहसीलों में पिथौरागढ़ में पिथौरागढ़, डीडी हाट, कनालीछीना, [[धारचूला]]
 
, [[गंगोलीहाट]], [[मुनस्यारी]], [[बेरीनाग]], मूनाकोट, आठ विकासखंड हैं जिनमें ८७ न्यायपंचायते, ८०८ ग्रमसभायें और कुल छोटे-बड़े २३२४ गाँव हैं।
 
== परिचय ==